गुरुग्राम में तेज रफ्तार कार की चपेट में आने से एक कांवड़िये की मौत हो गई जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना की सूचना मिलने पर मौके पहुंची पुलिस ने घायल युवक को पास के अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसका इलाज चल रहा है. वहीं, मृतक युवक की पहचान कृष्ण कुमार के रूप में की गई है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों कांवड़िये उत्तराखंड से गंगा जल लाने जा रहे थे.
पुलिस ने बताया कि यह घटना फर्रुखनगर क्षेत्र के खेरा गांव के पास हुई जब दोनों कांवड़िये अपने वाहन को बारिश से बचाने की व्यवस्था कर रहे थे. घायल कांवड़िये ललित ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा है, ''मैं और कृष्ण सड़क के किनारे थे जब खेड़ा गांव की ओर से आ रही एक तेज रफ्तार कार ने हमें टक्कर मार दी, जिससे कृष्ण गंभीर रूप से घायल हो गया और हम उसे गुरुग्राम के सिविल अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.''
घटना के सिलसिले में फर्रुखनगर पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. जांच अधिकारी एवं सहायक पुलिस उप-निरीक्षक मनजीत सिंह ने कहा, ''हमने आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। मामले की जांच की जा रही है.''
मारे गए कांवड़ियों के परिजनों ने किया चक्का जाम
उधर, उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक हादसे में मारे गए छह कांवड़ियों के परिजनों ने शनिवार शाम को मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में सड़क पर शवों को रखकर चक्का जाम कर दिया. प्रभावितों को वित्तीय सहायता देने की मांग पर वरिष्ठ अधिकारियों के सहमत होने के बाद गुस्साए लोगों ने मार्ग से अवरोध हटाया. ग्वालियर के जिलाधिकारी के.वी. सिंह ने कहा कि मृतकों के परिवारों को विभिन्न कल्याणकारी योजना के तहत चार लाख रुपए तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी. हाथरस में हुए हादसे में मारे गए कांवड़िये जबर सिंह (28), रणवीर (30), मनोज पाल (30), रमेश पाल (30), नरेश पाल (32) और विकास (25) के शव शनिवार शाम को उनके गृह जिले ग्वालियर लाए गए. हाथरस जिले के सादाबाद कस्बे में शुक्रवार-शनिवार की रात करीब सवा दो बजे तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से छह कांवड़ियों की मौत हो गई थी.