जहांगीरपुरी हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच गुरुवार को रोहिणी कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की. इस मामले में 3 नाबालिग समेत 37 आरोपी हैं. कुछ आरोपियों की दंगा भड़काने में अहम भूमिका थी, उनकी पहचान मोहम्मद अंसार, शेख सलीम उर्फ सलीम चिकना के रूप में हुई है. बता दें, 16 अप्रैल को रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान हिंसा हुई थी. हिंसा में कई वाहनों और दुकानों में तोड़फोड़ और आगजनी हुई थी. इसमें 6 पुलिसकर्मी घायल हुए थे, जिसमें 1 को गोली लगी थी. कुछ और लोग भी घायल हुए थे.
हिंसा के पीछे की साजिश का पर्दाफाश करते हुए क्राइम ब्रांच ने कहा है कि यह पूर्वनियोजित हिंसा थी. चार्जशीट में सीसीटीवी फुटेज, बयानों और मौका-ए-वारदात की फोरेंसिक जांच को शामिल किया गया है. हत्या के प्रयास, दंगा, मारपीट आदि सहित आईपीसी की 12 धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. कुछ आरोपी हथियारों से लैस थे, जिन्हें फायरिंग करते देखा गया. पूर्व नियोजित तरीके से जुलूस को निशाना बनाया गया और हमला किया गया.
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मोहम्मद अंसार, सलीम चिकना के अलावा जिन अन्य लोगों ने झड़पों में प्रमुख भूमिका निभाई, उनमें इमाम शेख, तरबेज़ खान शामिल हैं. मोहम्मद अंसार सहित पांच पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत मामला दर्ज किया गया था. आठ आरोपी अभी भी फरार हैं और उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है. नाबालिगों को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया गया. प्रवर्तन निदेशालय इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहा है.
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