कनॉट प्लेस से चल रहा था फर्जी वीजा रैकेट , मास्टरमाइंड समेत 8 गिरफ्तार

बलिहार सिंह खुद को आध्यात्मिक गुरु बताकर लोगों को अपने जाल में फंसाता था. आरोपी पहले भी इस तरह के दर्जनों मामलों में शामिल रहे हैं.

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गिरोह के पास से कई देशों के 300 पासपोर्ट बरामद हुए हैं.
नई दिल्ली:

दिल्ली के कनॉट प्लेस इलाके में लोगों को विदेश भेजने के नाम पर फ़र्ज़ी वीज़ा रैकेट चलाया जा रहा था. जिसका भंडाफोड़ किया गया है. आरोपियों ने 'ग्रीन टूर एंड ट्रेवल' नामक एक फर्म खोल रखी थी. गिरोह के पास से कई देशों के 300 पासपोर्ट बरामद हुए हैं. खास बात ये है कि गिरोह का एक सदस्य आध्यात्मिक गुरु बनकर लोगों अपने जाल में फंसाता था और इस तरह से गिरोह के लिए कस्टमर की व्यवस्था करता था. क्राइम ब्रांच के स्पेशल सीपी रविन्द्र यादव के मुताबिक अवैध वीजा सिंडिकेट एक बलदेव राज उर्फ ​​गुरुजी उर्फ ​​रोनी और शिवा रामा कृष्णन चला रहा था. जिसकी सहायता नीरज, सुनील और पंकज कर रहे हैं.

आरोपी शख्स पिछले 10-12 सालों से अलग-अलग देशों के वीज़ा हासिल करने के गोरखधंधे में शामिल थे और जाली बैंक डिटेल्स,आईटीआर और कई देशों के वीज़ा हासिल करने के लिए जरूरी नकली दस्तावेज तैयार करते थे. आरोपी ज़्यादातर बेरोजगारों को निशाना बनाते थे. ऐसे उम्मीदवारों के पास वीजा हासिल करने के लिए वैध दस्तावेज नहीं होते थे, इस तरह ये फ़र्ज़ी दस्तवेज़ों के जरिये उनका वीज़ा हासिल कर लेते थे. इसके बदले लोगों से मोटी रकम लेते थे. एक सूचना के बाद पूरा गैंग कनॉट प्लेस इलाके से पकड़ा गया है.

आरोपियों ने खुलासा किया कि वे पिछले 10-12 सालों से 'ग्रीन टूर एंड ट्रैवल' के नाम से ट्रेवल एजेंसी चलाने की आड़ में अवैध वीजा का कारोबार कर रहे हैं. पुलिस के मुताबिक गैंग का नेटवर्क हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, यूपी आदि सहित कई राज्यों में फैला हुआ है. रैकेट के सदस्य बात करने के लिए व्हाट्सएप जैसे अत्यधिक एन्क्रिप्टेड मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग कर रहे थे.

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पकड़े गए लोगों में 54 साल का बलदेव राज फरीदाबाद का रहने वाला है और इस अवैध सिंडिकेट का मास्टरमाइंड है. दूसरा शिव राम कृष्णन है जो इस अवैध कारोबार का दूसरा मुख्य मास्टरमाइंड हैं, उसके पंजाब और गुजरात स्थित एजेंटों के साथ संबंध हैं. वह जाली बैंक खाता विवरण, जाली और मनगढ़ंत आयकर रिटर्न, ग्राहकों के फर्जी कंपनी दस्तावेज और वीजा की प्रक्रिया के लिए आवश्यक अन्य दस्तावेज तैयार करता था.

तीसरा सुनील बिष्ट है जिसने कनॉट प्लेस में 'राउंड द वर्ल्ड' में एक टूर एंड ट्रेवल्स में नौकरी करना शुरू किया, जहां उसका काम वीजा से संबंधित काम करना था. वह इससे पहले साल 2010 में वीजा फ्रॉड से जुड़े 27 मामलों में शामिल रहा है,इसके बाद उसने साल 2012 में बलदेव उर्फ गुरुजी के साथ हाथ मिलाया और 'ग्रीन टूर एंड ट्रैवल' के नाम से अपना टूर एंड ट्रैवल ऑफिस शुरू किया. अन्य आरोपियों के नाम नंदा बल्लभ जोशी,अंश मदान, पंकज कुमार शुक्ला, बलिहार सिंह और कुलदीप सिंह हैं. बलिहार सिंह खुद को आध्यात्मिक गुरु बताकर लोगों को अपने जाल में फंसाता था. आरोपी पहले भी इस तरह के दर्जनों मामलों में शामिल रहे हैं.

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