- ईडी ने अमेरिकियों से लोन के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए अहमदाबाद, जयपुर, जबलपुर और पुणे में छापे मारे.
- Magnatel BPS Consultants कंपनी पिछले एक साल से अमेरिकी नागरिकों को बैंक प्रतिनिधि बनकर फर्जी लोन ऑफर करके ठगी कर रही थी.
- ठगी की रकम को क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर आंगड़िया सिस्टम से भारत लाया जाता और भारी मात्रा में सोना, चांदी, प्रॉपर्टी खरीदने में इस्तेमाल किया जाता था.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अमेरिकी नागरिकों को ठगने के लिए फर्जी कॉल सेंटर की आड़ में चलाए जा रहे एक बड़े साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश किया है. ईडी ने अहमदाबाद, जयपुर, जबलपुर और पुणे में एक साथ छापेमारी करके करीब 7 किलो सोना, 62 किलो चांदी, 1.18 करोड़ रुपये नकद और 9.2 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद किए हैं. कंपनी के दो पार्टनरों को गिरफ्तार भी किया गया है.
एक साल से कर रहे थे ठगी
ईडी ने ये कार्रवाई Magnatel BPS Consultants LLP नाम की कंपनी के खिलाफ की है, जो पिछले एक साल से अमेरिकी नागरिकों को लोन के नाम पर ठग रही थी. इस ठगी का खुलासा पुणे साइबर पुलिस द्वारा दर्ज एक एफआईआर के आधार पर शुरू की गई जांच से हुआ.
पुलिस के मुताबिक, गिरोह के लोग पुणे की प्राइड आइकॉन बिल्डिंग की 9वीं मंजिल पर कॉल सेंटर चला रहे थे. जुलाई 2024 से ये लोग खुद को बैंक प्रतिनिधि बताकर अमेरिकी नागरिकों को फर्जी लोन ऑफर करते थे और धोखे से उनके बैंक खातों की जानकारी हासिल करके ठगी करते थे.
क्रिप्टोकरेंसी से खरीदे सोना-चांदी
ईडी की जांच से पता चला कि अमेरिकी नागरिकों से ठगी से कमाए गए लाखों डॉलर की रकम को पहले अमेरिका में सहयोगियों के जरिए क्रिप्टोकरेंसी खासकर USDT में बदला जाता था. फिर इसे ट्रस्ट वॉलेट और एक्सोडस जैसे क्रिप्टो वॉलेट में स्टोर किया जाता.
उसके बाद इस रकम को भारत में अहमदाबाद के जरिए अंगडिया सिस्टम के जरिए लाया जाता और फर्जी खातों में डालकर उसका इस्तेमाल सॉफ्टवेयर खरीदने और ऑफिस का किराया चुकाने के लिए किया जाता. लेकिन सबसे बड़ा हिस्सा सोना, चांदी, गाड़ियां और प्रॉपर्टी खरीदने में लगाया गया.
दो पार्टनर गिरफ्तार, भारी बरामदगी
ईडी ने कई शहरों में कंपनी और उससे जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में सोना, चांदी और नकदी बरामद की. ईडी के मुताबिक छापेमारी में 7 किलो सोना, 62 किलो चांदी, 1.18 करोड़ रुपये नकद और 9.2 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए हैं.
ईडी ने जयपुर से कंपनी Magnatel BPS Consultants LLP के दो पार्टनर संजय मोरे और अजीत सोनी को गिरफ्तार किया है. फिलहाल ईडी की जांच अभी जारी है. जल्द ही कुछ और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं.