दिल्ली पुलिस ने साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गैंग के 65 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. ये सभी खुद को बिजली विभाग का अधिकारी बताकर भोले भाले लोगों से रुपये ऐंठते थे. गिरोह के सदस्यों में सॉफ़्टवेयर इंजीनियर समेत एमबीए डिग्रीधारक युवक भी शामिल हैं. इन शातिर ठगों ने देश भर के हज़ारों लोगों को चूना लगाया है.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, यह गैंग के सदस्य लोगों के फोन करते थे या फिर SMS भेजते थे, जिसमें उनका बिजली का बिल बकाया होने की बात लिखी होती थी. मैसेज में जल्द बिल भुगतान न करने पर बिजली काटने की बात कही जाती थी. इस मैसेज के साथ एक मोबाइल नंबर भी लिखा होता था. मैसेज बीएसईएस की तरफ से आया हुआ समझकर पीड़ित उस मोबाइल नंबर पर फोन करते थे.
फिर गैंग के मेंबर अपने आप को बीएसईएस का कर्मचारी बताकर तुरंत बिल का भुगतान करने के लिए कहते थे. इस तरीके से ठग लोगों से अपने अकाउंट में पैसा डलवा लेते थे या फिर एक खास सॉफ्टवेयर उनके मोबाइल में इंस्टॉल कराकर मोबाइल का एक्सेस ले लेते थे. एक बार मोबाइल का रिमोट एक्सेस इनके हाथ में आ जाने के बाद मोबाइल में आने वाले ओटीपी को भी एक्सेस कर लेते थे.
स्पेशल सीपी दिल्ली पुलिस एचजीएस धालीवॉल ने कहा, " ये एक ऑर्गनाइज़ड रैकेट चल रहा था. 12 राज्यों से ठगों को गिरफ़्तार किया गया है. ये अब तक लाखों रुपए पचा चुके हैं." पुलिस के अनुसार सिर्फ दिल्ली में ही ऐसी 1000 से ज़्यादा शिकायतें मिली हैं. साथ ही ये गिरोह झारखंड, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से चलाया जा रहा था.
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