WTC Final में भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) ने भारत की ओर से शानदार गेंदबाजी की और 4 विकेट हॉल करने में सफल रहे. शमी भारत के पहले ऐसे गेंदबाज भी बन गए हैं जिनके नाम आईसीसी फाइनल में 4 विकेट हॉल करने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया है. अपनी गेंदबाजी से शमी ने वॉटलिंग. रॉस टेलर, कोलिन डी ग्रैंडहोमे और जेमिसन को आउट कर 4 विकेट लेने का कमाल कर दिखाया. इसके अलावा शमी ने डेवोन कॉनवे का एक शानदार कैच लेकर भी फैन्स का दिल जीत लिया. पांचवें दिन के खेल के बाद मोहम्मद शमी ने टीम डंडिया के फील्डिंग कोच आर श्रीधर (Indian cricket team's fielding coach R Sridhar) से अपनी गेंदबाजी रणनीति को लेकर बात की.
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शमी ने खुलासा किया कि चोटिल होने के बाद वापसी करना इतने बड़े इवेंट में मेरे लिए एक चुनौती थी. इंग्लिश परिस्थिति में गेंदबाजी करना हमेशा से मुझे अच्छा लगता रहा है. टेस्ट मैच के तीसरे दिन जिस तरह से गेंदबाजी में करना चाह रहा था वैसी नहीं हुई थी. लेकिन पांचवें दिन मैंने गेंदबाजी में बदलाव किया. शमी ने कहा कि सकारात्मक रह़कर गेंदबाजी करना काफी अहम रहा. तेज गेंदबाज ने कहा कि हमने एक ही जगह पर लगाकार गेंद करने की रणनीति बनाई थी. हम चाहते थे कि जितना हो सके एक ही लाइन के साथ गेंदबाजी करें, जिसके हमें यकीनन फायदा मिला.
शमी ने कहा कि कोशिश यही थी कि मैं गेंद को ऑन द स्टंप ही करूं, मेरी कोशिश थी कि बल्लेबाज को फ्रंट फुट पर ही खेलने के लिए मजबूर करने का, जिसका मुझे फायदा मिला.
बता दें कि 2019 विश्व कप में अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में साउथैम्पटन पर ही शमी ने हैट्रिक विकेट लेने का कमाल किया था. एक बार फिर मोहम्मद शमी ने इसी मैदान पर अपनी गेंदबाजी से कमाल का परफॉर्मेंस कर पुरानी यादें ताजा कर दी.