बंगाल टीम को छोड़ अब इस नई टीम के साथ जुड़ना चाहते हैं रिद्धिमान साहा

आपको बता दें यह अनुभवी विकेटकीपर इस बात से नाराज है कि सीएबी के सहायक सचिव देवव्रत दास ने रणजी लीग चरण से हटने के बाद उनकी प्रतिबद्धता पर सवाल उठाया था.

विज्ञापन
Read Time: 23 mins
‘वह त्रिपुरा के लिये ‘खिलाड़ी कम मेंटोर’ की भूमिका निभाना चाहते हैं.
नई दिल्ली:

भारतीय टीम से बाहर किये गये विकेटकीपर रिद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) ‘खिलाड़ी कम मार्गदर्शक' की भूमिका के लिये त्रिपुरा से बातचीत कर रहे हैं. इसकी जानकारी एक अधिकारी ने दी कि साहा का बंगाल क्रिकेट संघ (CAB) से भी विवाद हो गया था.

इस अधिकारी ने बताया, ‘‘वह त्रिपुरा के लिये ‘खिलाड़ी कम मेंटोर' की भूमिका निभाना चाहते हैं. वह त्रिपुरा में शीर्ष परिषद के कुछ सदस्यों से बातचीत कर रहे हैं लेकिन अभी तक कुछ तय नहीं हुआ है. '' उन्होंने कहा, ‘‘पहले उन्हें कैब से और फिर बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) से अनापत्ति पत्र हासिल करना होगा, तभी यह प्रक्रिया आगे बढ़ सकती है.  गुजरात टाइटन्स के इंडियन प्रीमियर लीग खिताब जीतने में अहम भूमिका निभाने वाले साहा से इस पर बात नहीं हो सकी.

आपको बता दें यह अनुभवी विकेटकीपर इस बात से नाराज है कि सीएबी के सहायक सचिव देवव्रत दास ने रणजी लीग चरण से हटने के बाद उनकी प्रतिबद्धता पर सवाल उठाया था. साहा का मानना है कि राज्य संघ ने उनके ‘कठिन समय' के दौरान उनका समर्थन नहीं किया है. उन्होंने मौखिक रूप से बंगाल छोड़ने के लिए सीएबी से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) की मांग की थी. आपको बता दें कि इंग्लैंड दौरे के लिए टेस्ट टीम में उनको नहीं चुना गया है. श्रीकर भरत को पंत के बाद दूसरे विकेटकीपर के रूप में भारतीय टीम में शामिल किया गया है. 

Advertisement

* ""SL vs IND W: हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में सीमित ओवरों की सीरीज के लिए श्रीलंका पहुंची टीम इंडिया, देखें Pics
* 'IND vs SA: जहीर खान भी हुए Rishabh Pant से निराश, बताई गलती और दी कप्तानी की अहम सलाह

Advertisement


* "'पंत के लिए अब टी20 टीम में जगह बनाना मुश्किल होगा', पूर्व भारतीय क्रिकेटर का बड़ा बयान

Advertisement

IPL से जुड़ी Latest Updates के लिए अभी NDTV Sports Hindi को सब्सक्राइब करें. Click to Subscribe

Advertisement

Featured Video Of The Day
Jharkhand में महागठबंधन को बड़ी जीत, क्हां के लोकल अखबारों की सुर्खियों पर एक नजर | Hemant Soren