इंग्लैंड के खिलाफ चल रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज से बाहर किए जाने के बाद श्रेयस अय्यर ने रणजी ट्रॉफी से दूरी बनाई थी. इसके चलते उन्हें बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से हाथ धोना पड़ा. इस मामले को लेकर लगातार चर्चा हो रही है और लगातार नई जानकारी सामने आ रही है. बीसीसीआई ने श्रेयस अय्यर को टीम से ड्रॉप किए जाने का कोई कारण नहीं दिया था, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि अय्यर पीठ की ऐंठन के कारण मुंबई के कुछ रणजी ट्रॉफी मैचों में नहीं खेल पाए. हालांकि, इस मामले में भ्रम की स्थिति तब पैदा हुई जब राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी ने उन्हें फिट घोषित किया. इस दौरान श्रेयस अय्यर को आईपीएल से पहले कोलकाता नाइट राइडर्स के प्री सीजन कैंप में देखा गया था और बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर को जब इस घटनाक्रम के बारे में पता चला कि अय्यर पीठ की समस्या की शिकायत के बावजूद आईपीएल शिविर में भाग ले रहे हैं तो वे "गुस्सा" हुए. वहीं अब एक अन्य रिपोर्ट में केकेआर के कैंप से एक अलग कहानी सामने आई है.
रेवस्पोर्ट्ज़ की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय टेस्ट टीम से बाहर किए जाने के बाद अय्यर अपनी चोट पर काम करने के लिए केकेआर अकादमी गए थे, जिसको लेकर फ्रेंचाइजी के कोच चंद्रकांत पंडित ने भी जानकारी दी थी. उन्होंने आगे कहा कि मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन को अय्यर को लेकर जानकारी दी गई थी और मुंबई टीम के मुख्य कोच ओमकार साल्वी ने अय्यर की रिकवरी की जांच करने के लिए केकेआर अकादमी का दौरा किया था.
रिपोर्ट के अनुसार,"एक सत्र में 60 गेंदें खेलने के बाद, उनकी पीठ में ऐंठन हो रही थी. उसे अपना प्रतिरोध तैयार करना था. अब वह प्रति सत्र 200 गेंदें खेल रहे हैं. तीन हफ्ते में उन्होंने तीन किलो मसल्स बढ़ा ली हैं. मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन और मुंबई टीम के मुख्य कोच (ओंकार साल्वी) को लूप में रखा गया है. मुंबई के कोच ने अय्यर की प्रगति पर नजर रखने के लिए कई बार केकेआर अकादमी का दौरा किया. और अब उन्होंने तमिलनाडु के खिलाफ रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल के लिए खुद को उपलब्ध बताया है."
रिपोर्ट में आगे दावा है कि वनडे विश्व कप के दौरान श्रेयस अय्यर दर्द के राहत के लिए इंजेक्शन ले रहे थे और बाद में सेमीफाइनल और फाइनल के दौरान फिर से पीठ दर्द उभरने के बाद वह फिर से पीठ दर्द से जूझ रहे थे. अय्यर आईसीसी टूर्नामेंट के बाद बिना ब्रेक वाले कुछ खिलाड़ियों में से थे. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू मैदान पर टी20 सीरीज खेली, इसके बाद वो दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गए. इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट की तैयारी के लिए रणजी ट्रॉफी में दिखाई दिए.
रिपोर्ट के अनुसार, सूत्र ने आगे कहा,"अय्यर ने विश्व कप खेलने के लिए आईपीएल छोड़ दिया था. सर्जरी के बाद भी उन्होंने विश्व कप के लिए दर्द से मुक्त होने के लिए तीन कॉर्टिसोन इंजेक्शन लिए. और फिर भी, सेमीफ़ाइनल और फ़ाइनल के दौरान दर्द फिर से लौट आया और उन्होंने इसके बावजूद खेला. अय्यर एकमात्र खिलाड़ी थे जिन्हें विश्व कप के बाद ब्रेक नहीं दिया गया था. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू टी20 सीरीज खेली और फिर दक्षिण अफ्रीका गए. दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद, उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ पहले दो टेस्ट से पहले जनवरी में रणजी मैच खेलने के लिए कहा गया. उसने वैसा ही किया. क्या किसी खिलाड़ी को अपनी पसंद के कोच के तहत प्रशिक्षण लेने की आजादी नहीं है?"
इस विषय पर आगे बोलते हुए, सूत्र ने रणजी ट्रॉफी मैच में केएल राहुल की आखिरी उपस्थिति पर एक कड़ा सवाल उठाया. उन्होंने कहा,"केएल राहुल भी अपने क्वाड्रिसेप्स दर्द के इलाज के लिए लंदन गए थे. किसी ने सवाल नहीं पूछा. और आखिरी बार राहुल रणजी मैच के लिए कब आए थे? वह एक चोटिल क्रिकेटर भी हैं, जो सीरीज और मैच नहीं खेल पाए हैं. एक खिलाड़ी अपने शरीर का आकलन करने के मामले में सबसे अच्छा निर्णायक होता है."
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