- माइकल क्लार्क ने सचिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी को खामियों से मुक्त बताया है, उनका मानना है कि उनके जैसा कोई नहीं है.
- उन्होंने सैम कॉन्स्टास की बल्लेबाजी में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया है और साथ ही कहा है उन्हें समय देने की जरूरत है.
- क्लार्क ने कॉन्स्टास को विदेशी पिचों पर खेलने की चुनौती का सामना करने की सलाह दी और संयम से काम लेने की सलाह दी है
- सचिन तेंदुलकर को एक आदर्श बल्लेबाज मानते हुए क्लार्क ने उनकी तकनीक की सराहना की है और उन्हें महान बैटर माना है.
Michael Clarke on Sachin Tendulkar: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने उस खिलाड़ी के बारे में बात की है जिसकी बल्लेबाजी में उन्हें कोई खामियां नजर नहीं आती है. अपने यू-ट्यूब चैनल पर बात करते हुए उस बल्लेबाज के नाम लिया है. दरअसल, सैम कोंस्टास की बल्लेबाजी को लेकर बात करते हुए क्लार्क ने उस बल्लेबाज का नाम उदाहरण के तौर पर लिया है. पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान के अनुसार सचिन तेंदुलकर एक ऐसे बल्लेबाज थे जिनकी बल्लेबाजी में उन्हें कोई कमियां नजर नहीं आती थी.
माइकल क्लार्क ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा, "सैम कॉन्स्टास, जैसा कि मैंने पहले कहा, मुझे लगता है कि हमें ईमानदारी से उनकी बल्लेबाजी पर कमेंट करने से पहले उन्हें पूरी सीरीज देनी चाहिए. वेस्टइंडीज की पिचें असंगत रही हैं और मेरा मतलब सैम जैसे किसी बल्लेबाज के लिए है जिसने विदेशों में बहुत ज़्यादा क्रिकेट नहीं खेला है, उसे अचानक से खेलना पड़ रहा है. ऑस्ट्रेलिया में बल्लेबाजी करने की तुलना में यहां के मैदान पूरी तरह से विपरीत रहे हैं. वह केवल 19 साल का है, लेकिन उसका सारा क्रिकेट वास्तव में ऑस्ट्रेलिया में रहा है, निश्चित रूप से कैरेबियाई धरती कि पिच आम तौर पर बहुत धीमे होते हैं जो आपको मिलते हैं.
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सचिन तेंदुलकर के अलावा और कोई नहीं हैं जिसकी बल्लेबाजी में खामियां नहीं है.
माइकल क्लार्क ने अपनी बात आगे ले जाते हुए कहा, "कॉन्स्टास की तकनीक के बारे में थोड़ी चर्चा है, मुझे बताएं कि एक खिलाड़ी या बल्लेबाज जिसमें तकनीकी खामियां नहीं हैं और सचिन तेंदुलकर के अलावा.. बहुत से अन्य ऐसे नहीं हैं जिनमें किसी प्रकार की कमज़ोरी न हो, मुझे लगता है कि सैम को अपने डिफेंस पर काम करते रहना चाहिए, विशेष रूप से बल्ले और पैड के बीच की कड़ी को मजबूत करना चाहिए जिससे वह बोल्ड होने से बच सके और फिर अपने बल्ले का उपयोग अच्छी तरह से कर सकें."
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने अपनी बात आगे ले जाते हुए कहा, "जैसा कि मैंने कहा, मुझे लगता है कि सैम कॉन्स्टास के बारे में बात करने का समय तीन टेस्ट मैचों के बाद है..आइए देखें कि वह कैसा प्रदर्शन करता है, देखें कि क्या वह बेहतर हुआ है."
बता दें कि इस समय ऑस्ट्रेलियाई टीम वेस्टइंडीज के दौरे पर है. वेस्टइंडीज के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई टीम तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेल रही है. ऑस्ट्रोलिया ने दोनों टेस्ट मैच को जीत लिया है. सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच 12 जुलाई से जमैका में खेला जाएगा. (Australia tour of West Indies, 2025)