Virat Kohli vs Sachin Tendulkar: वर्ल्ड कप (World Cup 2023) मैच के दौरान विराट कोहली (Virat Kohli) ने जब अपना 49वां एकदिवसीय शतक लगाया तो उनकी तुलना सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के साथ से होने लगी. शतक लगाने के साथ साथ विराट कोहली ने एकदिवसीय मैचों में सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड के बराबरी की. अब सचिन और विराट के नाम एकदिवसीय मैचों में 49-49 शतक है. विराट के शतक के बाद सचिन तेंदुलकर ने विराट की तारीफ करते हुए लिखा कि “ "अच्छा खेले विराट. इस साल की शुरुआत में 49 से 50 तक जाने में मुझे 365 दिन लगे, मुझे उम्मीद है कि आप अगले कुछ दिनों में 49 से 50 तक जाएंगे और मेरा रिकॉर्ड तोड़ देंगे .बधाई हो". मैच के बाद कोहली ने तेंदुलकर की तारीफ करते हुए लिखा कि "वनडे में अपने हीरो के रिकॉर्ड की बराबरी करना मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है. मुझे पता है कि लोगों को तुलना पसंद है लेकिन मैं कभी भी सचिन जितना अच्छा नहीं बन सकता. यही कारण है कि हम सभी उन्हें आदर की दृष्टि से देखते हैं. जब बल्लेबाजी की बात आती है तो वह परफेक्शन हैं... चाहे कुछ भी हो जाए वह हमेशा मेरा हीरो बने रहेंगे. यह मेरे लिए बहुत भावनात्मक क्षण है.
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सचिन को देखते हुए विराट क्रिकेट खेलना शुरू किए : विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को हुई जब कि सचिन तेंदुलकर अपना क्रिकेट करियर 15 नवंबर 1989 को शुरू की। सचिन जब अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेले तब विराट कोहली एक साल के थे. सचिन तेंदुलकर को विराट कोहली अपना हीरो मानते हैं और कह चुके हैं कि सचिन को टीवी में देखते हुए क्रिकेट खेलना शुरू किए. विराट कोहली अपना क्रिकेट करियर 18 अगस्त 2008 को शुरू किये. विराट अपना पहला मैच श्रीलंका के खिलाफ खेले और उस ODI सीरीज के लिए सचिन तेंदुलकर का चयन नहीं हुआ था लेकिन श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए सचिन टीम का हिस्सा थे. 2008 में विराट कोहली जब पहली बार सचिन तेंदुलकर से मिले तो उनके आर्शीवाद लेने के लिए पैर छूने लगे, विराट बहुत नर्वस थे. सचिन ने कहा कि आप को पैर छूने के लिए किस ने कहा तो कोहली ने युवराज सिंह , इरफ़ान पठान जैसे साथी खिलाड़िओं का नाम लिए। सचिन ने कहा कि ये खिलाडी आपसे मजाक कर रहे हैं. पैर छूने की जरूरत नहीं है.
सचिन के आखिरी मैच में विराट ने किया कमाल : 2009 में ICC चैंपियंस ट्रॉफी के लिए विराट और सचिन एक साथ टीम में थे. पाकिस्तान के खिलाफ पहला मैच में सचिन और विराट दोनों को मौका मिला . सचिन सलामी बल्लेबाज के रूप में टीम में थे जब कि विराट को मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज के रूप में मौका मिला. पाकिस्तान के खिलाफ इस मैच में सचिन 8 रन बनाये थे जब कि विराट 16 रन बनाये थे. विराट ने अपना एकदिवसीय करियर का पहला शतक श्रीलंका के खिलाफ 24 दिसंबर 2009 को लगाया. सचिन भी इस मैच का हिस्सा थे. सचिन तेंदुलकर ने अपना आखिरी एकदिवसीय मैच 18 मार्च 2012 को पाकिस्तान के खिलाफ मीरपुर में खेले थे, विराट भी इस मैच का हिस्सा थे. इस मैच में पाकिस्तान पहले बल्लेबाजी करते हुए 329 रन बनाया था, भारत के सामने 330 रन का लक्ष्य था. भारत का स्कोर जब शून्य तब गौतम गंभीर आउट हो गए लेकिन क्रीज पर सचिन थे. फर्स्ट डाउन बल्लेबाज के रूप में विराट कोहली मैदान पर उतरे। सचिन के साथ दिए. दूसरे विकेट के लिए दोनों के बीच 133 रन की साझेदारी हुई. दूसरे विकेट के रूप में सचिन तेंदुलकर 52 रन बनाकर आउट हुए लेकिन विराट कोहली रुकने वाले नहीं थे. विराट कोहली ने 22 चौके और एक छक्के की मदद से 183 बनाये. भारत इस मैच को छह विकेट से जीता.
सचिन के आखिरी मैच में भारत ने शानदार जीत हासिल की. विराट कोहली ने जो व्यक्तिगत रिकॉर्ड बनाया वो आज तक क़ायम है. विराट कोहली ने इस मैच में जो 183 रन बनाये थे वे उनके एकदिवसीय करियर का सर्वाधिक स्कोर है. सचिन के आखिरी मैच में विराट ने अपना सर्वाधिक स्कोर बनाये यह कोई छोटी बात नहीं है. सचिन तेंदुलकर अपना आखिरी टेस्ट मैच 14 नवंबर 2013 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला. विराट भी टीम का हिस्सा थे. सचिन ने इस मैच में 74 रन बनाये थे जब कि विराट ने 57 रन की पारी खेली थी। भारत इस मैच को एक पारी और 126 रन से जीत लिया था.
जब विराट ख़राब फॉर्म में थे तब सचिन ने मदद की : 2014 में विराट कोहली ख़राब फॉर्म में थे। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में विराट 10 पारियों में सिर्फ 134 रन बनाये थे.उनके करियर को लेकर सवाल उठाया जा रहा था. विराट कोहली ने सचिन तेंदुलकर के सलाह लेने के उनके पास पहुंचे. सचिन ने विराट की मदद की. तकनीक में बदलाव लाने के लिए सलाह दी, इसके बाद विराट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए टेस्ट सीरीज में शानदार बल्लेबाजी करते हुए करीब 87 के औसत से 692 रन बनाये.