"अगर भूख नहीं है तो उनको खिलाने का कोई मतलब..." रोहित शर्मा के जीत के बाद दिया बड़ा बयान

Rohit Sharma: रांची में जीत के बाद रोहित शर्मा ने एक बड़ा बयान देकर हलचल मचा दी है. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कड़ी मेहनत किए बिना नेशनल टेस्ट टीम में जगह बनाने का सपना देख रहे दावेदारों को सख्त संदेश देते हुए सोमवार को कहा कि मौका केवल उन्हीं को दिया जाएगा तो 'सबसे कड़े' प्रारूप में 'सफलता की भूख' दिखाएंगे.

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Rohit Sharma: रोहित शर्मा ने मैच के बाद बड़ा बयान देकर मचाई सनसनी

Rohit Sharma Big Statement: भारत और इंग्लैंड के बीच रांची में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का चौथा मुकाबला खेला गया और इस मुकाबले में टीम इंडिया मे पांच विकेट से जीत दर्ज की. टीम इंडिया ने इसके साथ ही पांच मैचों की सीरीज 3-1 से जीत ली है. यह बैजबॉल के रथ पर सवार इंग्लैंड की पहली सीरीज हार है. साल 2022 में बेन स्टोक्स और ब्रेंडन मैकुलम को जोड़ी कोई टेस्ट नहीं हारी थी. इसके साथ ही इस सीरीज में इंग्लैंड को लगातार तीन मैचों में हार का सामना करना पड़ा और यह भी पहली बार हुआ है. वहीं रांची में जीत के बाद रोहित शर्मा ने एक बड़ा बयान देकर हलचल मचा दी है. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कड़ी मेहनत किए बिना नेशनल टेस्ट टीम में जगह बनाने का सपना देख रहे दावेदारों को सख्त संदेश देते हुए सोमवार को कहा कि मौका केवल उन्हीं को दिया जाएगा तो 'सबसे कड़े' प्रारूप में 'सफलता की भूख' दिखाएंगे.

भारत को रांची में जीत दिलाने में ध्रुव जुरेल ने अहम भूमिका निभाई. इससे पहले सरफराज ने राजकोट में टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी. वहीं यशस्वी जायसवाल तो इस सीरीज में अपने प्रदर्शन से सबको अपना फैन बना चुके हैं. उभरते हुए खिलाड़ियों ने टीम की सफलता में अहम भूमिका निभाने से रोहित काफी खुश दिखे और इस बात को लेकर भी काफी स्पष्ट हैं कि वह टीम में किस तरह की प्रतिभा चाहते हैं. रोहित ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा,"जिन लोगों को भूख है हम उन्हीं लोगों को मौका देंगे. अगर भूख नहीं है तो उनको खिलाने का कोई मतलब नहीं है."

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रोहित की यह प्रतिक्रिया भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के उस आदेश के ठीक बाद आई जिसमें ईशान किशन और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी मुकाबलों में खेलने के लिए कहा गया था लेकिन इन दोनों ने इसे नजरअंदाज कर दिया था. भारतीय कप्तान ने कहा,"मैंने यहां टीम में कोई भी ऐसा खिलाड़ी नहीं देखा जो भूखा नहीं हो. सभी लड़के जो यहां हैं और जो नहीं हैं, वे सभी खेलना चाहते हैं. लेकिन टेस्ट क्रिकेट में आपको बहुत कम मौके मिलते हैं. अगर आप उनका फायदा नहीं उठाते तो वे चले जाते हैं."

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यह पूछने पर कि क्या टी20 लीग युवा खिलाड़ियों के बीच टेस्ट क्रिकेट खेलने की चाहत को प्रभावित कर रही है, रोहित ने इस पर कहा,"टेस्ट क्रिकेट सबसे कठिन प्रारूप है. यदि आप इस प्रारूप में उत्कृष्टता और सफलता हासिल करना चाहते हैं तो आपको भूख दिखानी होगी." बिना किसी का नाम लिए रोहित ने टीम प्रबंधन द्वारा तय किए गए कड़े चयन मानदंडों की ओर इशारा किया. रोहित ने कहा,"यह पता चल जाता है कि किसको भूख नहीं है और किन लोगों को यहां पर रहना नहीं है. यह पता चलता है. जिन लोगों को भूख है, कठिन परिस्थितियों में खेलना है, उन लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी. यह सरल सी बात है."

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उन्होंने कहा,"आईपीएल हमारे लिए बहुत अच्छा प्रारूप है लेकिन यह (टेस्ट क्रिकेट) सबसे कठिन प्रारूप है और इसमें उत्कृष्टता हासिल करना कठिन है. आपको जीतने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी... पिछली तीन जीत आसान नहीं थीं, गेंदबाजों को लंबे स्पैल करने पड़े, बल्लेबाजों को क्रीज पर काफी मेहनत करनी पड़ी. यह कड़ा है."

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