- सरफराज खान ने पिछले एक साल से अपने पिता के साथ अनुशासित आहार और फिटनेस पर काम किया है
- उन्होंने अपनी डाइट में चावल, चिकन, रोटी, और चाइनीज भोजन को पूरी तरह से छोड़ दिया है
- सरफराज ने पिछले दो महीने में करीब सत्रह किलो वजन कम किया है और नया लुक हासिल किया है
Sarfaraz's shed weight secret: पिछले कुछ घरेलू सीजन में धमाकेदार प्रदर्शन करने वाले और इंग्लैड दौरे में टीम इंडिया में जगह बनाने से जरा सा चूक गए सरफराज खान (Sarfaraz Khan) एक बार फिर से चर्चा में है. सोमवार को सोशल मीडिया पर सरफराज की हालिया तस्वीरों ने फैंस को हिला कर रख दिया. इन फैंस को एक बार को बिल्कुल भी भरोसा नहीं हो रहा है कि यह वही सरफराज हैं, जिन्हें कभी ज्यादा वजन के कारण टीम इंडिया में नहीं चुना गया था. बहरहाल, नई तस्वीरों में सरफराज एकदम छरहरे दिखाई पड़ रहे हैं.और उन्होंने पिछले दो महीने में करीब 17 किलो वजन कम किया है. लोग भले ही पिछले दो महीने का जिक्र कर रहे हैं, लेकिन सच यह है कि सरफराज अपने पिता के साथ पिछले करीब एक साल से भी ज्यादा समय से बहुत ही अनुशासित आहार के साथ अपनी फिटनेस पर जमकर काम कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर जैसे ही सरफराज की फोटो आई, देखते ही देखते यह तूफान सी वायरल हो गई. फैंस सरफराज के नए लुक पर अपने-अपने अंदाज में कमेंट कर रहे हैं.
पिछले करीब एक साल से कर रहे हैं काम
दरअसल सरफराज का जो नया लुक सामने आया है, उसके पीछे वह और उनके बचपन के दिनों से ही मार्गदर्शक, गाइड और गुरु रहे पिता नौशाद खान की बड़ी भूमिका है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरफराज ने पिछले एक साल से पिता के साथ मिलकर बहुत ही ज्यादा अनुशासन के साथ अपनी फिटनेस पर काम किया है. इसके तहत बीसीसीआई, एनसीए के दौरे और फ्रेंचाइजी के ट्रेनरों के टिप्स की तो बड़ी भूमिका है ही, लेकिन सबसे बड़ी भूमिका उनकी नई डाइट ने निभाई है. सरफराज ने अपनी डाइट पर 360 डिग्री पर काम किया है और इस बल्लेबाज ने उस तमाम भोजन से दूरी बना ली है, जो वह करीब एक साल पहले तक बहुत ही चाव से खाया करते थे.
पूरी तरह से छोड़ दिया ये सब चीजें खाना
सूत्रों के अनुसार सरफराज ने पिछले करीब एक साल साल से चावल, चिकन, रोटी, चाइनीज फूड को पूरी तरह अलविदा कह दिया है. वहीं, कभी चाय के बहुत ज्यादा शौकीन रहे सरफराज और उनके पिता पिछले एक साल भर से ग्रीन-टी ले रहे हैं और अब यह उनकी जीवन-शैली का अभिन्न हिस्सा बन चुका है. अब युवा बल्लेबाज का दिन भर का भोजन पूरी तरह से दाल, सूप, सलाद और हरी-सब्जियों के इर्द-गिर्द सिमट गया है. पहले इस अनुशासित डाइट का असर छह महीने बाद भी दिखा था, लेकिन इस आहार में फिजिकल ट्रेनिंग का तड़का थोड़ा और ज्यादा लगा, तो 'तस्वीर' पूरी तरह बदल गई. और उम्मीद है कि अब कम से कम सरफराज के चयन में वह कुतर्क तो आड़े नहीं ही आएगा जो कभी पहले सेलेक्टर दिया करते थे. बहरहाल, फैंस जमकर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं.
सोशल मीडिया पर सरफराज में आए तब्दीली को लेकर फैंस के बीच जोर-शोर से चर्चा है
निश्चित रूप से यह बताता है कि सरफराज ने कितनी ज्यादा लगन, अनुशासन के साथ अपनी फिटनेस पर काम किया है. और युवा खिलाड़ियों को उनसे प्रेरणा लेने की जरूरत है