दिल्ली ने टी20 इतिहास में एक ऐसा अनोखा रिकॉर्ड बनाया है, जो इससे पहले टी20 क्रिकेट में कोई नहीं कर पाया था. सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में मुंबई के वानखेड़े में मणिपुर के खिलाफ मुकाबले में उसने सभी 11 खिलाड़ियों को गेंदबाजी का मौका दिया. ऐसे में दिल्ली टी20 क्रिकेट की ऐसी पहली टीम बन गई है, जिसके सभी 11 खिलाड़ियों ने एक टी20 मैच में गेंदबाजी की हो.
मणिपुर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया था, ऐसे में दिल्ली के कप्तान ने कुछ अनोखा करने का फैसला लिया. दिल्ली के कप्तान को उनके फैसले का फायदा भी मिला और मणिपुर की टीम 20 ओवरों में 8 विकेट के नुकसान पर 120 रन ही बना पाई.
दिल्ली के कप्तान आयुष बदौनी, जो कि एक विकेटकीपर हैं, उन्होंने मैच में दो ओवर गेंदबाजी की. इस दौरान उन्हें एक विकेट हासिल हुआ. हर्ष त्यागी (2/11) और दिग्वेश राठी (2/8) ने दो-दो विकेट लिए, जबकि आयुष सिंह (1/7) और प्रियांश आर्य (1/2) ने एक-एक विकेट लिया. उन्होंने अपनी शानदार गेंदबाजी का नमूना पेश किया. मयंक रावत, हिम्मत सिंह और अनुज रावत को कोई विकेट नहीं मिला और वे महंगे साबित हुए. उनका इकॉनमी रेट 10 से अधिक रहा.
मणिपुर को 120/8 पर रोकने के बाद दिल्ली ने सलामी बल्लेबाज यश ढुल के नाबाद 59 रनों की बदौलत 19 ओवर में छह विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया. एक समय दिल्ली का स्कोर 44/4 था, लेकिन यश ढुल ने सुनिश्चित किया कि उनकी टीम जीत हासिल करे. दिल्ली ग्रुप सी में है और उसने लगातार चार मैच जीते हैं. उसके पास अभी 12 अंक हैं और वह हरियाणा, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश से आगे है. ये सभी 8 अंकों के साथ बराबरी पर हैं.
दिल्ली द्वारा एक पारी में 11 गेंदबाजों के इस्तेमाल करने के साथ ही, टी20 क्रिकेट में एक पारी में सर्वाधिक गेंदबाजों के इस्तेमाल करने का पिछला रिकॉर्ड टूट गया. इससे पहले, किसी भी टीम ने एक पारी में नौ से अधिक गेंदबाजों को काम पर नहीं लगाया था.
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