Kaif valuable advice to Virat: जारी टी20 विश्व कप (T20 World Cup 2024) अपने आखिरी पड़ाव पर है. और सभी की नजरें शनिवार को बारबाडोस में होने वाले भारत vs दक्षिण अफ्रीका फाइनल मुकाबले पर लगी हैं. और मैच से पहले फैंस और पंडित अलग-अलग पहलुओं पर बातें कर रहे हैं, लेकिन बड़ी चर्चा कोहली (Virat Kohli) की फॉर्म हो चली है. पिछले 7 मैचों में कोहली का औसत 11 से भी कम रहा है. पिछले मैच में जब उनकी ड्रेसिंग रूम से उदास चेहरे की तस्वीर वायरल हुईं, तो फैंस के बड़े वर्ग ने उनसे सहानुभूति भी जताई. बहरहाल, पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद कैफ (Mohammad Kaif) ने मेगा फाइनल की पूर्वसंध्या पर विराट को बहुत ही अहम सलाह ही है. इसे एक बड़ी प्रेरणा भी कहा जा सकता है.
कैफ ने जारी वीडियो में कहा, "कोहली को यह याद रखने की जरुरत है कि साल 2011 में एमएस धोनी का विश्व कप भी अच्छा नहीं रहा था, लेकिन उन्होंने फाइनल मुकाबले से फॉर्म हासिल की. एक छोटा सुझाव यह है कि कोहली स्लॉगिंग न करें. वह स्लॉगिंग लीग के खिलाड़ी नहीं है. वह गेंद को मेरिट पर खेल सकते हैं और किसी भी आक्रमण के खिलाफ हावी रह सकते हैं."
कैफ ने कहा कि साल 2011 के विश्व कप में धोनी भी आउट-ऑफ-फॉर्म थे. और उनसे भी रन नहीं बन रहे थे, लेकिन उन्होंने फाइनल में 90 के आस-पास पारी खेली. धोनी ने लांग-ऑन पर छक्का लगाया था. कुलाशेखरा के खिलाफ जो धोनी ने छ्क्का जड़ा था, वह सभी के ज़हन में बैठा हुआ है. पूरे हिंदुस्तान के फैंस की यादों में वह छक्का बसा हुआ है.
पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि इसीलिए मेरा मानना है कि विराट के पास फाइनल मैच कोहली के पास हीरो बनने का बहुत ही बढ़िया मौका है. अभी तक रन नहीं बने, उसे पूरी तरह से भूल जाओ और यह हीरो बनने का मौका है. उन्होंने कोहली को याद दिलाते हुए कहा कि ईडेन गार्डन में विश्व कप दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आपने शतक जड़ा था. तब आप आप बहुत ही अच्छा खेले थे, लेकिन तब आप स्लॉग नहीं कर रहे थे, बल्कि आप गेंद को उसकी मेरिट के आधार पर खेले थे. क्रिकेटीय शॉट लगा रहे थे.
कैफ ने कहा कि मेरा मानना है कि कोहली फाइल में भी स्लॉगिंग न करें. क्रिकेटीय शॉट लगाएं. विकेट छोड़कर शॉट न लगाएं. वह बहुत ही शानदार खिलाड़ी हैं. हार्दिक पांड्या, सूर्यकुमार यादव सहिक बाकी खिलाड़ी अपना काम कर रहे हैं लेकिन कोहली को आखिर तक खेलना चाहिए, मेरिट पर खेलना चाहिए. और मुझे लगता है कि कोहली भी वह काम कर सकते हैं, जो साल 2011 विश्व कप में एमएस धोनी ने किया था.