- इशान किशन ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में झारखंड की कप्तानी करते हुए टीम को फाइनल तक पहुंचाया है
- इस टूर्नामेंट में इशान किशन ने 10 मैचों में 517 रन बनाए और दो शतक जड़े हैं
- इशान किशन ने 33 छक्के और 51 चौके लगाकर सबसे ज्यादा छक्के और चौके लगाने का रिकॉर्ड बनाया है
पल-पल पिघलने वाले और बहुत ही कड़ी प्रतिस्पर्धा वाले पेशे में एक मामूली गलती आपका क्या हाल कर देती है, विकेटकीपर इशान किशन इसके बड़े उदाहरण हैं. कभी वनडे में दोहरा शतक बनाकर दुनिया लूटने वाले इशान आज टीम इंडिया से मीलों दूर चले गए हैं. बीसीसीआई का सालाना अनुबंध जरूर उन्हें हासिल है, लेकिन उनके लिए किसी भी फॉर्मेट में जगह नहीं है. बहरहाल, लेफ्टी विकेटकीपर-बल्लेबाज हार मानने को बिल्कुल भी राजी नहीं है. और वह अपनी कप्तानी में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में झारखंड को फाइनल में पहुंचाकर पहले ही इतिहास रच चुके हैं. वहीं, इसी टूर्नामेंट में इशान ने बड़ा कारनामा करते हुए सेलेक्टरों को रिमाइंडर भेज दिया है. इशान ने हरियाणा के खिलाफ फाइनल में भी 49 गेंदों पर 6 चौके और 10 छक्कों से 101 रन सहित कई कारनामे कर दिए.
इशान किशन का बड़ा कारनामा
खबर लिखे जाने तक इशान किशन हरियाणा के खिलाफ फाइनल तक के सफर तक टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन चुके हैं. इशान ने टूर्नामेंट में खेले 10 मैचों में 57.12 के औसत से 517 रन बनाए हैं. इसमें दो शतक (नाबाद 113 रन, फाइनल में 101) और 3 अर्द्धशतक भी बनाए हैं. लेकिन कारनामा यहीं खत्म नहीं होता
टूर्नामेंट के सिक्सर किंग और...
सबसे ज्यादा रन, तीसरा सबसे ज्यादा औसत (कम से कम 8 मैचों का पैमाना). मानो इतना ही काफी नहीं है. इशान ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा छक्के जड़कर दिखाया है कि वह बड़े-बड़े शॉट लगाना बिल्कुल भी नहीं भूले हैं. खबर लिखे जाने तक इशान 10 मैचों में 33 छक्के लगा चुके थे. मतलब हर पारी में 3 छक्के. साथ ही, वह 51चौकों के साथ सबसे ज्यादा चौके लगाने वाले बल्लेबाज भी रहे. और यह बताता है कि ईशान की वापसी की आग बुझी नहीं है.
टीम इंडिया में वापसी की राह के 4 चैलेंज
यहां सिर्फ बात व्हाइट-बॉल फॉर्मेट की ही कर लेते हैं. टी20 में ईशान की राह में पहला चैलेंज जितेश शर्मा हैं. वह फिनिशर के रोल में फिट हो चुके हैं, तो ऐसे में विकेटकीपिंग की भूमिका में उनके लिए रास्ता बंद ही है. और अगर यहां कोई दूसरा चैलेंज या विकल्प है, तो वह संजू सैमसन और संभवत: पंजाब के प्रभसिमरन सिंह भी वो विकेटकीपर हैं, जो अब इशान किशन से आगे होकर उनके लिए एक चैलेंज बन चुके हैं. केएल राहुल ने बतौर विकेटकीपर वनडे इलेवन में पहले से ही कब्जा किया हुआ है. हालत ऐसी है कि ऋषभ पंत वनडे में बाहर बैठ रहे हैं. वहीं, टी20 में अगर उन्हें बतौर ओपनर खिलाया भी जाता है, तो उनकी जगह गिल के नंबर पर बनती है. और अगर गिल फ्लाप होकर बाहर जाते हैं, तो भी फिर नंबर जायसवाल का आ जाता है. ऐसे में ईशान किशन का क्या होगा, यह ईश्वर या सेलेक्टर ही बेहतर जानते है.














