SA vs IND: क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने टीम इंडिया के लिए बदले बायो-बबल के नियम, जान लें

रिपोर्ट के अनुसार, संपर्क में आए खिलाड़ी खेलना जारी रखेंगे और ये गैर चिकित्सीय हस्तक्षेप के साथ ट्रेनिंग जारी रखेंगे और इनका प्रतिदिन टेस्ट किया जाएगा.  

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नयी दिल्ली:

अब जब टीम विराट एक दिन बाद ही चार्टर्ड फ्लाइट से दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए उड़ान भरने की तैयारी में है, तो उससे पहले ही क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने मेहमानों के लिए बायो-बबल के प्रोटोकॉल में बदलाव किया है. भारतीय टीम  वीरवार को दक्षिण अफ्रीका के लिए उड़ान भरेगी. बदले गए नियमों के तहत अब सीरीज के दौरान बायो-बबल में कोविड-19 संक्रमित पाए जाने वाले शख्स के संपर्क में आने वाले लोगों को आइसोलेशन में नहीं जाना होगा. साथ ही संक्रमित होने वाले शख्स (खिलाड़ी,स्टॉफ या अधिकारी) को भी तुरंत ही बायो-बाबल नहीं छोड़ना होगा. इन तमाम लोगों को ही "स्थिर" होने तक कही होटल में ही क्वारंटीन में रहने की अनुमति दी जाएगी.  यह "क्लॉज" उस प्रोटोकॉल का हिस्सा है, जो बीसीसीआई और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका बोर्ड ने मिलकर तैयार किया है. 

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एक अग्रणी वेबसाइट के अनुसार प्रोटोकॉल के तहत बॉयो-बबल में जाने वाले सभी खिलाड़ियों को अनिवार्य रूप से दोनों वैक्सीन लगवानी होंगी. सीएसए के चीफ मेडिकल ऑफिशियल शुएब मंजरा ने कहा कि यह देखते हुए कि सिस्टम में सभी पूरी तरह से वैक्सिनेटिड होंगे, तो आइसोलेटिस शख्स सही होने तक होटल के रूप में ही आइसोलेट रहेगा और इसके लिए बायो-बबल नहीं छोड़ना होगा. 

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रिपोर्ट के अनुसार, संपर्क में आए खिलाड़ी खेलना जारी रखेंगे और ये गैर चिकित्सीय हस्तक्षेप के साथ ट्रेनिंग जारी रखेंगे और इनका प्रतिदिन टेस्ट किया जाएगा.  बता दें कि दक्षिण अफ्रीका में अक्टूबर में आयी तीसरी लहर के बाद सीएसए ने मूल रूप से काफी सहज बायो-बबल तैयार किया था, लेकिन वैश्विक स्तर पर तेजी से उभरे ओमीक्रोन के बाद इस बायो-बबल में तैयार किया गया है.  

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मांजरा ने कहा कि अब जबकि तीसरी लहर के बाद हमने सख्त प्रोटोकॉल को सहज बनाने का प्रयास किया था, लेकिन ओमीक्रम वैरिएंट के आने से फिर से इसको सख्त बनाने पर मजबूर कर दिया है. ध्यान दिला दें कि ओमीक्रो को पहली बार नवंबर के महीने में दक्षिण अफ्रीका के गाउतेंग में ही पाया गया था.  उन्होंने कहा कि क्या दर्शकों को भारतीय दौरे के दौरान स्टेडियम में आने की इजात होगी, पर मांजरा ने कहा कि सरकारी नियमों के अनुसार वर्तमान में केवल 2000 फैंस को ही स्टेडियम में आने की इजाजत है, लेकिन हम इसमें इजाफे की उम्मीद कर रहे हैं.  
 

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