जारी टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) में दक्षिण अफ्रीका और विंडीज के बीच सुपर-12 के मुकाबले से पहले अफ्रीकी टीम को तब बड़ा झटका लगा, जब उसके स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डि कॉक ने मुकाबले से नाम वापस ले लिया. अब यह देखना होगा कि क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका अपने विकेटकीपर के खिलाफ क्या अनुशासनात्मक कार्रवायी करता है क्योंकि यह डिकॉक ने यह फैसला तब लिया, जब अफ्रीकी बोर्ड ने अश्वेत मूल के लोगों के समर्थन में चल रहे वैश्विक अभियान ब्लैक लाइव्स मैटर्स (बीएलएम) के तहत सभी खिलाड़ियों को एक घुटने पर बैठने का निर्देश दिया था. भारतीय टीम ने भी पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में उतरने से पहले इस अभियान को समर्थन देने के लिए सभी खिलाड़ियों ने एक घुटने पर बैठकर अभियान का समर्थन किया था, तो पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने सीने पर हाथ रखकर अपना समर्थन दिया था.
लेकिन अफ्रीकी बोर्ड के निर्देश के बाद क्विंटन डि कॉक के मैच से नाम वापस लेने के बाद वह विवादों के केंद्र में आ गए हैं. डिकॉक सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं. उन्हें लेकर अलग-अलग तरह की चर्चाएं चल रही हैं और अब इस फैसले से उन्होंने खुद को मुश्किल में डाल लिया है. इस अभियान को आईसीसी का भी समर्थन हासिल है.
विंडीज के खिलाफ मुकाबले से पहले जहां सभी दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी इस अभियान के समर्थन में बैठे, तो वहीं डिकॉक ने खुद को मैच के लिए अनुपलब्ध करार दिया. और इसके बाद फैंस और विशेषज्ञों के बीच चर्चा शुरू हो गयी कि डिकॉक कभी भी घुटने पर नहीं बैठे. इससे पहले क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने एक रिलीज जारी करके अपने खिलाड़ियों को अनिवार्य रूप से घुटने पर बैठने का निर्देश दिया था और इसी के बाद डिकॉक के मैच में न खेलने की खबर आयी.
डिकॉक के मैच से हटने के बाद भी दक्षिण अफ्रीका बोर्ड ने बयान जारी किया है. बयान में कहा गया है कि हम आगे कोई भी फैसला लेने से पहले मैनेजमेंट की रिपोर्ट का इंतजा करेंगे. सभी खिलाड़ियों से बाकी मुकाबलों में इस निर्देश के पालन की उम्मीद करते हैं. हम बाकी खिलाड़ियों के नस्लवाद के खिलाफ घुटने पर बैठने के निर्देश का पालन करने के लिए शुक्रिया अदा करते हैं.
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