राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के टीम इंडिया का नया हेड कोच बनने से एक नए युग की शुरुआत हुई है, लेकिन द्रविड़ को राजी करने से पहले आपको पता ही है कि बीसीसीआई (BCCI) को कितनी ज्यादा मशक्कत करनी पड़ी थी. द्रविड़ के पहली बार इनकार करने के बाद बोर्ड ने महेला जयवर्द्धने, रिकी पोंटिंग सहित कई दिग्गजों से संपर्क साधा था, लेकिन इन दिग्गजों के इनकार के बाद बोर्ड ने फिर से द्रविड़ की ओर रुख किया था और बीसीसीआई अपने दूसरे प्रयास में सफल भी रहा. बहरहाल, अब रिकी पोंटिंग ने खुलासा किया है कि उन्हें बीसीसीआई ने कोच पद की पेशकश की थी. पोंटिंग ने कहा कि उन्हें आईपीएल (IPL) के दौरान कोच पद की पेशकश की गयी थी. और जिन लोगों ने उनसे संपर्क साध था, वे उन्हें यह जिम्मेदारी देने के लिए बहुत ज्यादा अडिग थे, लेकिन वर्कलोड के कारण उन्होंने यह जिम्मेदारी स्वीकारने से इनकार कर दिया.
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दो-दो नौकरियां छोड़नी पड़तीं और...
कंगारू पूर्व कप्तान ने कहा कि वह अपनी आईपीएल में कोचिंग और चैनल-7 के लिए बतौर कमेंटेटर की भूमिका नहीं छोड़ना चाहते थे. लेकिन टीम इंडिया के कोच पद के लिए मुझे तीन सौ दिन भारत में रहना पड़ता. पोंटिंग ने कहा कि सपंर्क साधने वाले लोग मुझे लेकर बहुत अडिग थे, लेकिन मैंने कहा कि मैं इतना समय नहीं दे सकता. मतलब कि मैं आईपीएल में कोचिंग नहीं दे सकता, मुझे चैनल-7 छोड़ना पड़ेगा. ऐसे में इस बारे में बात नहीं बन सकती.
द्रविड़ की नियुक्ति पर जताया आश्चर्य
पोटिंग ने द्रविड़ की एक युवा फैमिली होने के बावजूद यह जिम्मेदारी लेने के लिए हैरानी जतायी है. रिकी बोले कि मुझे हैरानी है कि राहुल ने यह जिम्मेदारी ली है. इस तरह की बातें है कि वह अपने अंडर-19 रोल को लेकर कितना खुश थे. मुझे उनकी पारिवारिक जिदंगी के बारे में ज्यादा जानकारी नही है, लेकिन यह पता है कि उनके दो छोटे बेटे हैं. इसलिए मैं हैरान हूं.
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शानदार काम किया है दिल्ली कैपिटल्स के लिए
यह तो सभी के सामने है कि पोटिंग ने दिल्ली कैपिटल्स के लिए बहुत ही शानदार काम किया है. उनके नेतृत्व में दिल्ली कैपिटल्स साल 2009 के बाद से लगातार तीन बार आईपीएल के प्ले-ऑफ राउंड में पहुंचा है और पोंटिंग का असर टीम पर दिखता है. इसमें से एक बार तो दिल्ली ने फाइनल में भी जगह बनायी. यही वजह रही कि पोंटिंग बॉस सौरव गांगुली की नजरों में चढ़ गए और जैसा अनुशासन पोंटिंग लेकर आते हैं, उससे सौरव खासा प्रभावित थे. यही कारण था कि उन्होंने पोंटिंग को टीम इंडिया से जोड़ने का हर संभव प्रयास किया.
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यह तो सभी के सामने है कि पोटिंग ने दिल्ली कैपिटल्स के लिए बहुत ही शानदार काम किया है. उनके नेतृत्व में दिल्ली कैपिटल्स साल 2009 के बाद से लगातार तीन बार आईपीएल के प्ले-ऑफ राउंड में पहुंचा है और पोंटिंग का असर टीम पर दिखता है. इसमें से एक बार उसने फाइनल में भी जगह बनायी