इशांत शर्मा रणजी ट्रॉफी से बाहर होने के लिए तैयार हैं, ऋद्धिमान साहा पहले ही अपना नाम वापस ले चुके हैं और लंबे समय से खराब लय में चल रहे चेतेश्वर पुजारा तथा अजिंक्य रहाणे के लिए भी आगे का रास्ता बहुत आसान नहीं दिख रहा है, ऐसे में सवाल उठता है कि क्या भारतीय टेस्ट का बदलाव का दौर शुरु हो गया है? इसका जवाब कुछ हद तक श्रीलंका के खिलाफ आगामी घरेलू टेस्ट श्रृंखला में मिल जायेगा.
इशांत शर्मा से नहीं हुआ चयनकर्ताओें का संपर्क
रणजी ट्रॉफी के लिए दिल्ली के चयनकर्ताओं का इशांत से संपर्क नहीं होने के बाद यह लगभग साफ है कि वह आगामी श्रीलंका श्रृंखला में भारतीय टीम का हिस्सा नहीं होंगे. समझा जा रहा है कि रणजी ट्रॉफी खेल रहे पुजारा और रहाणे को भी बड़ी पारी खेलनी होगी क्योंकि दोनों काफी लंबे समय से लय हासिल करने के लिए जूझ रहे है. दिल्ली के 33 वर्षीय इशांत मौजूदा भारतीय टेस्ट टीम में सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं. उन्होंने 105 टेस्ट मैच में 311 विकेट लिये हैं, लेकिन इंग्लैंड दौरे के बाद से वह लय में नहीं है. बुधवार को दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) की चयन समिति ने रणजी टीम चुनने के लिए बैठक की और चयनकर्ताओं के साथ-साथ पदाधिकारियों ने इशांत से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन शाम तक उनकी उपलब्धता की पुष्टि नहीं हो पाई.
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क्या करियर यहीं तक था !
डीडीसीए के एक अनुभवी चयनकर्ता ने कहा, ‘‘अगर वह खेलना चाहते है तो उन्हें टीम में शामिल करेंगे क्योंकि वह दिल्ली के दिग्गज हैं. लेकिन मुझे नहीं पता कि उसके साथ क्या हुआ है . पिछले एक सप्ताह से उससे संपर्क नहीं हो पा रहा है. वह रणजी टीम के अभ्यास सत्र के लिए नहीं आये है. . हमें नहीं पता कि उनके दिमाग में क्या है.'' बीसीसीआई के एक सूत्र से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ साहा तरह, इशांत को भी लग रहा था कि उनका अंतरराष्ट्रीय करियर अभी खत्म हो सकता है. जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज अब शीर्ष गेंदबाजों में क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर है. इसके बाद शार्दुल ठाकुर आते हैं, जो एक ऑलराउंडर हैं और उमेश यादव पांचवें पसंद के गेंदबाज है.''
श्रीलंका के खिलाफ, भारत मोहाली और बेंगलुरु में दो टेस्ट खेलेगा है. इसमें टीम में दो तेज गेंदबाज शमी और बुमराह होंगे (अगर दोनों फिट हैं) और तीसरा सिराज होगा. ऐसे में इशांत जैसे वरिष्ठ गेंदबाज को ड्रेसिंग रूम में बैठाने का कोई फायदा नहीं है. इस मौके पर आवेश खान, प्रसिद्ध कृष्णा या ईशान पोरेल को टीम के साथ समय बिताने का मौका मिल सकता है. भारत को 2022 में तीन और टेस्ट मैच खेलने है. इसमें दो बांग्लादेश में और एक इंग्लैंड में जो 2021 श्रृंखला का हिस्सा है.
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यह पता चला है कि दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर नेट सत्र के दौरान भी इशांत का प्रदर्शन उनके स्तर के मुताबिक नहीं था. भारतीय टीम प्रबंधन की ओर से हालांकि दो खिलाड़ियों को थोड़ा समय मिला है. पिछले दो साल रन बनाने के लिए जूझ रहे रहाणे और पुजारा अगर रणजी में बडी पारियां खेलने में नाकाम रहे तो उनके लिए भी राष्ट्रीय टीम में आगे का सफर मुश्किल होगा. हनुमा विहारी और प्रतिभाशाली शुभमन गिल अगर अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहे तो इन दोनों अनुभवी खिलाड़ियों के लिए चीजें और मुश्किल होंगी.
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