- पृथ्वी शॉ ने रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने वाले दूसरे बल्लेबाज बनकर इतिहास रच दिया है
- उन्होंने चंडीगढ़ के खिलाफ 141 गेंदों में दोहरा शतक पूरा करते हुए 222 रन बनाए और शानदार प्रदर्शन किया
- पहली पारी में पृथ्वी शॉ सिर्फ 8 रन बनाकर आउट हो गए थे लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने जबरदस्त वापसी की
Prithvi Shaw Create History: पृथ्वी शॉ ने इतिहास रच दिया है. वह रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं. 25 वर्षीय बल्लेबाज ने यह बड़ी उपलब्धि चंडीगढ़ के खिलाफ चंडीगढ़ में हासिल की है. रणजी ट्रॉफी 2025-26 के ग्रुप 'बी' चरण का एक मुकाबला 25 अक्टूबर से महाराष्ट्र और चंडीगढ़ के बीच चंडीगढ़ में खेला जा रहा है. पहली पारी में सस्ते में पवेलियन लौटने वाले शॉ दूसरी पारी में बिल्कुल अलग ही अंदाज में नजर आए. पारी का आगाज करते हुए उन्होंने कुल 156 गेंदों का सामना किया. इस बीच 142.31 की स्ट्राइक रेट से 222 रन बनाने में कामयाब रहे. इस दौरान उनके बल्ले से क्रिकेट प्रेमियों को 29 चौके और 5 छक्के देखने को मिले.
141 गेंदों में पूरा किया दोहरा शतक
पृथ्वी शॉ ने मैच के दौरान पहले 72 गेंदों में शतक पूरा किया. इसके बाद 141 गेंदों में दोहरा शतक भी पूरा करने में कामयाब रहे. जिसके साथ ही वह रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं. पहले स्थान पर पूर्व क्रिकेटर रवि शास्त्री का नाम आता है. जिन्होंने 1985 में बड़ौदा के खिलाफ केवल 123 गेंदों में दोहरा शतक जड़ा था.
पहली पारी में 8 रन बनाकर आउट हुए थे पृथ्वी शॉ
इससे पहले पहली पारी में पृथ्वी शॉ महज 8 रन बनाकर आउट हो गए थे. उस दौरान जगजीत सिंह ने उन्हें निशंक बिड़ला के हाथों कैच आउट करते हुए पवेलियन का रास्ता दिखाया था. वहीं दूसरी पारी में वह 222 के व्यक्तिगत स्कोर पर अर्जुन आजाद की गेंद पर निशंक बिड़ला के हाथों कैच आउट हुए.
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