सूर्य पूजा का प्रमाण 2000 साल पुरानी कुषाणकालीन सूर्य प्रतिमा और शुंगकालीन प्रस्तर स्तंभ से मिलता है शुंगकाल से 12वीं सदी तक मगध में सूर्य पूजा निरंतर होती रही, इसके अनेक मूर्तियां और शिलालेख मिले हैं मगध में सूर्य पूजा की परंपरा मंदिरों के माध्यम से भी प्राचीन काल से जीवित है, जैसे देव में सूर्य मंदिर