इशान किशन (Ishan Kishan) को अपने रवैये की कितनी बड़ी कीमत चुकनी पड़ी, यह सभी के सामने है. साल की शुरुआत में बीसीसीसीआई (BCCI) सचिव जय शाह तक ने घरेलू क्रिकेट में खेलने की गुहार लगाई, लेकिन टस से मस नहीं हुए, तो केंद्रीय अनुबंध (central contract) से तो बाहर हुए ही हुए, तो अब पता नहीं कि टीम इंडिया में वापसी कब होगी? निश्चित रूप से इशान ने इस प्रकरण से सबक सीखा होगा. यह दिखा भी और दलीप ट्रॉफी में कुछ महीने पहले बेहतरीन शतक जड़कर लेफ्टी बल्लेबाज ने दिखाया कि वह ट्रैक पर आ रहे हैं. और अब एक मौका फिर से उन्हें दिया है उनकी एसोसिएशन झारखंड ने. तब इशान अपनी एसोसिएशन तक के संपर्क में नहीं थे, लेकिन अब इसी एसोसिएशन ने उन्हें शुरू होने जा रहे रणजी ट्रॉफी सीजन के लिए राज्य टीम का कप्तान बनाया है. इस 26 वर्षीय खिलाड़ी ने फरवरी में वापसी की और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से पहले निजी तौर पर आयोजित डीवाई पाटिल टी20 कप में खेले. इससे फ्रेंचाइजी क्रिकेट और राज्य प्रतिबद्धताओं के बीच संतुलन को लेकर बहस शुरू हो गई.
अब झारखंड की 16 सदस्यीय टीम के कप्तान के रूप में वह युवा टीम का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं. पिछले सत्र के कप्तान विराट सिंह उप कप्तान और कुमार कुशाग्र विकेटकीपर होंगे. झारखंड एलीट ग्रुप डी में गुवाहाटी में असम के खिलाफ अपना रणजी ट्रॉफी अभियान शुरू करेगा. पिछले सत्र में झारखंड ग्रुप ए में नीचे से तीसरे स्थान पर रहा था, उसने अपने सात मैचों में से दो जीते, दो हारे और तीन ड्रॉ किए. अब जब उन्हें राज्य टीम में चुना गया है, तो इशान के पास फिर से रणजी ट्रॉफी में बड़े स्कोर बनाकर सेलेक्टरों को रिमाइंडर भेजकर उन पर दबाव बनाने का अच्छा मौका है.
झारखंड की चयन समिति के अध्यक्ष सुब्रतो दास ने कहा,‘ईशान एक अनुभवी खिलाड़ी हैं और उनके पास अंतरराष्ट्रीय अनुभव है. हमने युवा टीम चुनी है. सौरभ तिवारी, शाहबाज नदीम और वरुण एरॉन सभी ने पिछले सत्र के बाद संन्यास ले लिया. इसलिए हमें अपनी रणनीति पर फिर से विचार करना पड़ा.' झारखंड टीम इस प्रकार है:
ईशान किशन (कप्तान), विराट सिंह (उपकप्तान), कुमार कुशाग्र (विकेटकीपर), नाजिम सिद्दीकी,आर्यमन सेन, शरणदीप सिंह, कुमार सूरज, अनुकूल रॉय, उत्कर्ष सिंह, सुप्रियो चक्रवर्ती, सौरभ शेखर, विकास कुमार, विवेकानंद तिवारी, मानीषी, रवि कुमार यादव और रौनक कुमार.