NDTV EXCLUSIVE: 'भारत की तरह हम भी हाथ नहीं मिलायेंगे', पूर्व अफगानिस्तान कप्तान का पाकिस्तान को करारा जवाब

Karim Sadiq on Afghanistan–Pakistan conflict: NDTV से EXCLUSIVE बात करते हुए अफगानिस्तान के पूर्व कप्तान करीम सादिक़ उर्फ करीम लाला हमले की बात सुनकर फोन पर ही फट पड़ते हैं. 

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Karim Sadiq on Afghanistan–Pakistan conflict
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  • अफगानिस्तान के पूर्व कप्तान करीम सादिक़ ने हवाई हमले में तीन क्रिकेटरों की मौत पर गहरा दुख और गुस्सा जताया
  • अफगानिस्तान में लगभग दो हजार क्रिकेट क्लब हैं जो खिलाड़ियों को ग्रेड-1 और फर्स्ट क्लास स्तर तक विकसित करते हैं
  • करीम सादिक़ ने कहा कि पाकिस्तान का हमला कायराना है और यह अफगान क्रिकेट को खत्म करने की कोशिश है
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Former Afghanistan captain Karim Sadiq: “हम पठान हैं. किसी हमले से नहीं डरते. हमारे 3 बड़े और 5 छोटे क्रिकेटर मारे गये. हमारे बच्चे गरीब घरों से आते हैं. यहां ज़्यादातर लोग एक टाइम ही खाना खाते हैं. इन्हें मारकर पाकिस्तान ने कायरों वाला काम किया है. लेकिन इन सबसे क्रिकेट नहीं रुकने वाला. हम क्रिकेट खेलते रहेंगे. लेकिन अब हम भी भारत की तरह पाकिस्तान से हाथ नहीं मिलायेंगे,” NDTV से EXCLUSIVE बात करते हुए अफगानिस्तान के पूर्व कप्तान करीम सादिक़ उर्फ करीम लाला हमले की बात सुनकर फोन पर ही फट पड़ते हैं. 

क्या है अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट का स्ट्रक्चर ?

करीम लाला बताते हैं कि कैसे पाकिस्तान बॉर्डर से जुड़े बच्चे अफग़ानिस्तान के पाकतिका सूबे में लोकल क्रिकेट खेलने गये थे. ये बच्चे अफग़निस्तान क्रिकेट का भविष्य थे. वो कहते हैं, “अफ़ग़ानिस्तान के 34 सूबों में तकरीबन 2000 छोटे-बड़े क्लब हैं. इन दो हज़ार क्लबों में से छंटकर उम्दा क्रिकेटर ग्रेड-2 में जाते हैं. ग्रेड-2 में शानदार क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ी ग्रेड-1 तक पहुंचते हैं. फिर ग्रेड-1 में अपनी काबिलियत साबित कर ये क्रिकेटर फर्स्ट क्लास और फिर देश के लिए क्रिकेट खेलते हैं.” करीम लाला बताते हैं कि ये क्रिकेटर उनकी कोचिंग में भी क्रिकेट खेल चुके थे. करीम लाला कहते हैं, “ये क्रिकेटर यहां से सूबे का क्रिकेट खेल सकते थे. जैसे आपके यहां दिल्ली रणजी की टीम है उसी लेवल पर जाने वाले थे. क्रिकेटर्स तो दुनिया को जोड़ने का काम करते हैं. पाकिस्तान क्रिकेट को ही खत्म करना चाहता है. बहुत सारे मासूमों की जान चली गई है.” 

दुख और गुस्से से भरे हैं अफ़ग़ानिस्तानी क्रिकेटर्स 

करीम लाला के अलावा राशिद खान, फजलहक फारूखी, गुलबदीन नईब समेत अफगानिस्तान के कई इंटरनेशनल खिलाड़ियों ने भी इस मामले पर दुख जताया है. करीम लाला पूछते हैं, “आपको क्या लगता है, मैं दहशतगर्द हो सकता हूं? राशिद ख़ान दहशतगर्द हो सकते हैं? हम पठान हैं. हमारा मज़हब प्यार है. हम क्रिकेट के ज़रिये दुनिया को प्यार और दोस्ती का पैगाम देते हैं. रात में गेस्ट हाउस में खाना खा रहे क्रिकेटर्स पर कायराना हमला बहुत दुखद है.”

इन 3 क्रिकेटर्स की मौत

अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मुताबिक पाकिस्तान ने पाकतिका के उरगुन शहर में एक हवाई हमला किया है। इसमें तीन स्थानीय क्रिकेटर्स कबीर आघा, सिबगातुल्लाह और हारून की मौत हो गई. इन तीन क्रिकेटर्स के अलावा पांच आम नागरिकों की भी मौत हुई। इसके अलावा अन्य सात लोग घायल हो गए हैं.

पाकिस्तान का अफ़गानिस्तान से भी क्रिकेट बंद

अफगानिस्तान के नंबर-1 क्रिकेटर राशिद ख़ान ने इस हमले को लेकर ‘X' पर खुलकर लिखा और दुख जताया है. राशिद ख़ान ने ट्वीट किया, “मैं अफ़गानिस्तान पर हुए पाकिस्तानी हवाई हमलों में नागरिकों की मौत से बेहद दुखी हूं। एक त्रासदी जिसने महिलाओं, बच्चों और इच्छुक युवा क्रिकेटरों की जान ले ली, जो दुनिया के मंच पर अपने देश की नुमाइंदगी का सपना देखते थे. नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना पूरी तरह से अनैतिक और वहशीपना है. ये अनुचित और अवैध कार्रवाई मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है और इसे अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए.”

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उन्होंने ये भी लिखा, “पिछले दिनों खोए गए कीमती मासूम जानों को देखते हुए, मैं आगामी पाकिस्तान के खिलाफ मैचों से हटने के ACB के फैसले का स्वागत करता हूं। मैं इस कठिन समय में अपने लोगों के साथ खड़ा हूं, हमारी राष्ट्रीय गरिमा सबसे ऊपर होनी चाहिए।”

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