विराट कोहली (Virat Kohli) ने टेस्ट टीम की कप्तानी अचानक से छोड़कर हर किसी को हैरान कर दिया. कोहली के टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा देने के बाद हर तरफ एक ही चर्चा है कि उन्होंने जानबूझकर खुद को लीडर के पद से अलग कर दिया. इससे पहले कोहली ने टी-20 की कप्तानी वर्ल्ड कप के बाद छोड़ दी थी. वैसे कोहली ने कहा था कि वो वनडे की कप्तानी करते रहना चाहते हैं. लेकिन बीसीसीआई ने कोहली से वनडे की कप्तानी छीन ली. इसके बाद साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत को हार मिली और अगले दिन कोहली ने टेस्ट की कप्तानी छोड़ दी. अब कोहली ने कप्तानी छोड़ने को लेकर अपनी राय दी है. विराट कोहली ने फाइरसाइड चैट के दौरान अपनी कप्तानी को लेक बात की और कहा कि ग्रुप का लीडर बनने के लिए कप्तान होने की कोई जरूरत नहीं बनती है. विराट ने चैट के दौरान कहा कि, उन्होंने अपने लिए कुछ लक्ष्य निर्धारित किए थे. आपको यह समझना होगा कि आपने अपने लिए क्या लक्ष्य निर्णारित किए हैं. हर चीज का एक कार्यकाल और समय अवधि होती है, इसलिए आपको इसके बारे में पता होना चाहिए. एक बल्लेबाज के रूप में, आप टीम को और अधिक देने में सक्षम हो सकते हैं, इसलिए उस पर गर्व करें.
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विराट ने इसके अलावा कहा कि, आगे बढ़ना भी नेतृत्व का एक हिस्सा है, ऐसा करने के लिए सही समय को समझना होगा. मुझे लगता है कि सभी प्रकार की भूमिकाओं और अवसरों को अपनाना चाहिए. मैं कुछ समय एमएस धोनी (MS Dhoni) के नेतृत्व में खेला और फिर मैं कप्तान बना, मेरी मानसिकता इतने समय से एक ही रही है. मैं हमेशा एक कप्तान की तरह सोचता था जब मैं टीम में सिर्फ एक खिलाड़ी था."
बता दें कि टेस्ट में विराट कोहली भारत के सबसे सफल कप्तान हैं. कोहली ने 68 मैचौं में भारत की कप्तानी की जिसमें 40 में टीम को जीत दिलाई, वहीं, कोहली की कप्तानी में भारत को 24 सीरीज में सिर्फ 5 सीरीज में हार में हार मिली.
चैट के दौरान कोहली ने आगे कहा कि, मुझे लगता है, आप अपने बारे में क्या सोचते हैं, इसके बारे में जागरूक होना बहुत जरूरी है. दिन के अंत में, यदि आपके पास अधिक जिम्मेदारी है, तो आप जानते हैं कि आपके पास एक अलग दृष्टि हो सकती है, इसलिए आपको अपने प्रति सच्चे रहने की आवश्यकता है. अगर मुझे पता है कि मेरा खेल वह नहीं है जहां उसे होना चाहिए, तो मुझे खुद ही इसे सफझना होगा, किसी को मेरे लिए आगे नहीं आना होगा.
संचार काफी अहम
विराट कोहली ने अपनी बातचीत में आगे बताया कि, 'संचार सबसे महत्वपूर्ण चीज है, आप किसी को यह कहकर काट नहीं सकते कि मुझे आपके दृष्टिकोण की आवश्यकता नहीं है, आप सम्मानपूर्वक कह सकते हैं कि मैं एक अच्छी जगह पर हूं और अगर मदद लेनी है, तो मैं आपके पास पहुंचूंगा. इस तरह के संतुलन ने मेरे लिए काम किया है."
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टीम के कल्चर को लेकर भी कोहली ने बात की
विराट ने टीम कल्चर को लेकर भी बात की और कहा कि, कल्चर को बदलना बहुत कठिन चीज है लेकिन मैंने अनुभव किया है कि भारत में किसी भी क्षेत्र में कचल्प को स्थापित करना महत्वपूर्ण है और इस तरह हमारे समाज में चीजों का प्रभाव पड़ता है. जब मैं कप्तान बना तो मेरा ध्यान टीम के कल्चर को बदलाव करने पर था. मुझे पता था कि हमारे पास कौशल की कमी नहीं है, मैं प्रतिभा को उसकी क्षमता तक बढ़ाने के बारे में सोच रहा था.
मैं अपनी दृष्टि को सीमित नहीं करना चाहता था और यदि आप इसे विस्तारित करना चाहते हैं, तो आपको कल्चर की आवश्यकता पड़ती है. संस्कृति (कल्चर) के लिए आपको हर दिन कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होती है. यह एक सतत प्रक्रिया है, रणनीति से संस्कृति अधिक महत्वपूर्ण है. एक कप्तान के रूप में, मैं एक ऐसी कल्चर लाने की कोशिश करने पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहा था जो हम कहीं से भी जीतने में सक्षम हों.
बता दें कि अब कोहली बतौर खिलाड़ी तीनों फॉर्मेंट में दिखाई देंगे. भारत और वेस्टइंडीज के बीच पहला वनडे मैच 6 फरवरी को खेला जाएगा.
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