कपिल देव ने पेश किया कोहली-शास्त्री का रिपोर्टकार्ड, इस बात के लिए काट लिए 10 प्रतिशत अंक

अगर आप टॉप चार में जाने के बाद हार जाते हैं तो इसमें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन अगर आप सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पा रहे हैं तो निश्चित रूप से आपको इसके लिए आलोचना झेलनी पड़ेगी.

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जिस तरह का क्रिकेट इनके दौर में टीम इंडिया ने खेला है मैं इनको 90 प्रतिशत नंबर दूंगा.
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  • आईसीसी ट्रॉफी ना जीत पाने पर की खिंचाई
  • 'अगर टीम सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंचे तो आलोचना होगी'
  • कई विदेशी दौरों पर जीत के लिए की दोनों की तारीफ
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रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने टीम इंडिया के साथ अपना कार्यकाल पूरा कर लिया है. विराट कोहली (virat kohli) ने भी भारतीय टीम के लिए टी20 की कप्तानी छोड़ दी है. इन दोनों के बीच तालमेल को लेकर देश के लिए अपनी कप्तानी में पहली बार वनडे वर्ल्डकप जीतने वाले कपिल देव ने अपनी बात रखी है. उन्होंने  कहा कि शास्त्री और कोहली  का कार्यकाल (Kohli-Shastri era) 2017 में शुरु हुआ था तब से अभी तक कई बड़े मौकों पर टीम इंडिया को इन्होंने जीत दिलाई है. इन दोनों की सबसे बड़ी अचीवमेंट 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) थी. 

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यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनके ही घर में भारत की पहली सीरीज (Border Gavaskar Trophy) में जीत भी थी. कई बड़ी जीत के बावजूद, भारतीय टीम शास्त्री-कोहली युग के दौरान कोई भी ICC ट्रॉफी जीतने में विफल रही. 'अनकट' कार्यक्रम के दौरान कपिल देव ने कहा कि इन दोनों ने मिलकर बहुत कुछ हासिल किया है लेकिन एक बड़ी कमी रह गई. 

आगे कपिल देव ने कहा-"मुझे लगता है कि दोनों ने बहुत अच्छा काम किया है. मैं इस बात को भी समझता हूं कि वे भारत को एक बड़ी ट्रॉफी नहीं जीता सके, लेकिन अगर हम पिछले पांच वर्षों को देखें, जब से कोहली ने पदभार संभाला है, तो कुछ भी कमी नहीं है. सबसे बड़ी कमी अगल दिखती है तो आईसीसी ट्रॉफी की, इसके अलावा भारत ने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड जैसी टीमों के खिलाफ जीत हासिल की है.' इन दोनों के कार्यकाल में भारतीय टीम ने जहां भी दौरा किया वहीं पर जीत हासिल की. उन्होंने कहा कि टी20 विश्वकप (T20 worldcup)के  नॉकआउट में पहुंचना हमेशा ही एक बड़ी बात होती है लेकिन ऐसा टीम इंडिया के साथ अक्सर होता रहा है. 

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उन्होंने कहा कि साल 2007 के वर्ल्डकप में टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन के बाद ये ही ऐसा टी20 वर्ल्डकप रहा है जिसमें टीम इंडिया ने अपने फैंस को निराश  किया है. आगे उन्होंने कहा कि अगर आप टॉप चार में जाने के बाद हार जाते हैं तो इसमें कोई दिक्कत नहीं है लेकिन अगर आप सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पा रहे हैं तो निश्चित रूप से आपको इसके लिए आलोचना झेलनी पड़ेगी. आखिरी में दोनों की जोड़ी तो नंबर देने की बात पर कपिल देव ने कहा अगर आईसीसी की ट्रॉफी की बात को छोड़ दिया जाए तो इन दोनों ने मिलकर शानदार काम किया है. कपिल ने आगे कहा -जिस तरह का क्रिकेट इनके दौर में टीम इंडिया ने खेला है मैं इनको 90 प्रतिशत नंबर दूंगा. 10  प्नतिशत नंबर मैं इनके आईसीसी की ट्रॉफी ना जीतने के लिए काट रहा हूं. 

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