Irfan Pathan reaction viral: बीसीसीआई (BCCI) ने सालाना कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट की घोषणा कर दी है जिसमें चौंकाते हुए ईशान किशन और श्रेयस अय्यर ( Ishan Kishan Shreyas Iyer) को शामिल नहीं किया गया है. दरअसल, दोनों खिलाड़ियों ने घरेलू क्रिकेट में अपनी भागीदारी नहीं दी थी जिसके कारण बीसीसीआई ने यह फैसला किया था. अपने प्रेस रिलीज में बीसीसीआई ने केंद्रीय अनुबंधों की घोषणा करते हुए खिलाड़ियों को फिर से सलाह दी कि जब वह राष्ट्रीय टीम की तरफ से नहीं खेल रहे हो तो घरेलू क्रिकेट में खेलने को प्राथमिकता दें, बीसीसीआई ने बयान में कहा,‘‘कृपया ध्यान दें कि वार्षिक अनुबंध के लिए श्रेयस अय्यर और ईशान किशन के नाम पर विचार नहीं किया गया. बयान में कहा गया है, "बीसीसीआई ने सिफारिश की है कि सभी खिलाड़ी जब राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व नहीं कर रहे हों तो वे घरेलू क्रिकेट में खेलने को प्राथमिकता दें."
अब जब बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेट न खेलने की सजा ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को दी है तो वहीं भारत के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर इरफान पठान ने इसपर रिएक्ट किया है. इरफान ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट शेयर किया और बीसीसीआई के सामने एक सवाल खड़ा कर दिया है.
इरफान ने सवाल करते हुए लिखा है कि यदि ईशान और अय्यर को अनुबंध में शामिल नहीं किया गया है तो क्या हार्दिक यदि घरेलू क्रिकेट नहीं खेलेंगे तो क्या उनके साथ भी बीसीसीआई ऐसा सलूक करेगा.
यह भी पढ़ें: BCCI Annual Contract: "मुझे इसमें कोई संदेह नहीं..." रवि शास्त्री ने ईशान किशन और श्रेयस अय्यर लेकर दिया ये रिएक्शन
यह भी पढ़ें: "BCCI Central Contract: इन 5 खिलाड़ियों की भी हुई अनुबंध से छुट्टी, इस खिलाड़ी को न लेना थोड़ा हैरानी भरा
इरफान ने लिखा, "श्रेयस और ईशान दोनों ही प्रतिभाशाली क्रिकेटर हैं. उम्मीद है कि वे वापसी करेंगे और मजबूती से वापसी करेंगे. यदि हार्दिक जैसे खिलाड़ी लाल गेंद क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं, तो क्या उन्हें और उनके जैसे अन्य लोगों को राष्ट्रीय ड्यूटी पर नहीं होने पर घरेलू क्रिकेट में भाग लेना चाहिए? यदि यह सभी पर लागू नहीं होता है, तो भारतीय क्रिकेट वांछित परिणाम प्राप्त नहीं कर पाएगा.' इरफान पठान का यह पोस्ट सोशल मीडिया पर खूब वायरल है और फैन्स इसपर रिएक्ट भी कर रहे हैं.
बता दें कि बीसीसीआई के सेंट्रेल कॉन्ट्रैक्ट में आमतौर पर ग्रेड ए प्लस में शामिल खिलाड़ियों को 7 करोड़, ए ग्रेड में शामिल खिलाड़ियों को 5 करोड़, ग्रेड बी में 3 करोड़ तो वहीं ग्रेड सी में शामिल खिलाड़ियों को 1 करोड़ के दायरे में रखा जाता है.