ज्यादा दिन पहले की बात नहीं है, जब पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान (Irfan Pathan) ने इशान किशन (Ishan Kishan) को लेकर सवाल उठाया था, तो उसकी गूंज BCCI तक पहुंची. बवाल मचा, निर्देश जारी हुए, तो मामले ने ऐसा तूल पकड़ा कि अब खबरें ऐसी आ रही हैं कि BCCI के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से इशान और श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) दोनों का ही पत्ता कट सकता है. लेकिन ताजा हालात मामले को और पेचीदा बनाते दिख रहे हैं. इरफान का नया सवाल पुराने सवाल से खुद-ब-खुद जुड़ रहा है. वास्तव में पुराने मामला पर मचा शोर पूरी तरह से शांत भी नहीं हुआ कि पठान ने एक और नया सवाल दाग दिया है. और यह सवाल भी बहुत ही भारी-भरकम है और इसका भी BCCI तक पहुंचना तय है.
पठान ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, "क्या शरीर की देखभाल करने के नाम पर भारतीय घरेलू क्रिकेट में न खेलने के लिए कुछ खिलाड़ियों के लिए अलग नियम है?", जाहिर है कि पठान ने भर कर निशाना एक बार फिर से पांड्या बंधुओं और इशान किशन पर दागा है, जो इन दिनों ट्रेनिंग कर रहे हैं. वहीं, घेरे में श्रेयस अय्यर भी हैं.
इस वजह ने किया पठान को मजबूर
पठान के सवाल करने की असल बड़ी वजह खासतौर पर क्रुणाल पांड्या रहे, जो घरेलू क्रिकेट में बड़ोदा के खेलते हैं, लेकिन अब जबकि शुक्रवार से देश भर में अलग-अलग जगह क्वार्टरफाइनल मुकाबले खेल जा रहे हैं और बड़ोदा टीम को क्रुणाल की बहुत ज्यादा जरुरत है, तो क्रुणाल पांड्या इस मैच में नहीं खेल रहे हैं, तो वहीं हार्दिक पांड्या भी मैच से दूर हैं. अब जबकि ये दोनों ही खिलाड़ी राज्य टीम को सेवा न देकर बड़ोदा में ही किरन मोरे अकादमी में ट्रेनिंग कर रहे हैं, तो इरफान ने एक बार फिर से बहुत ही जायज और बड़ा सवाल उठाया है. बता दें कि क्रुणाल ने बड़ोदा के लिए आखिरी रणजी ट्रॉफी मैच 2022 में खेला था, तो लिस्ट ए (50 ओवर) मैच पिछले साल नवंबर में खेला था. जाहिर है जब किसी खिलाड़ी विशेष की टीम बड़ी प्रतियोगिता के क्वार्टरफाइनल में पहुंचती है और स्टार खिलाड़ी न खेले, तो पूर्व क्रिकेटरों का चिंतित होना एक स्वाभाविक सी बात है.
"हार्दिक का मामला अलग है"
अब देखते हैं कि BCCI इस घटना को कैसे लेता है. और क्या क्रुणाल पांड्या के खिलाफ भी कोई कार्रवाई होगी. हालांकि, वह अनुबंधित खिलाड़ी नहीं हैं, तो वहीं पिछले दिनों BCCI ने हार्दिक का यह कहते हुए बचाव किया था कि हार्दिक का मामला अलग है और उनका शरीर रेड-बॉल का बोझ (चार दिन लगातार क्रिकेट) नहीं कर सकता. बता दें कि हार्दिक ने आखिरी रणजी ट्रॉफी मैच साल 2018 में खेला था. कुल मिलाकर जो खिलाड़ी सबसे ज्यादा सवालों के घेरे में हैं, वह क्रुणाल पांड्या के साथ श्रेयस अ्ययर हैं. अय्यर एक तरफ कमर दर्द की बात कर रहे हैं, लेकिन वह क्वार्टरफानल में मुंबई के लिए नहीं खेल रहे हैं. ऐसे में बड़ा और महत्वपूर्ण सवाल तो बनता ही है कि जिम ट्रेनिंग के लिए कमरदर्द सही है, लेकिन क्वार्टरफाइनल में खेलने के लिए कमर में दर्द है!! डंबल उठाने और भारी-भरकम वजन के साथ हॉफ स्कवैट लगाने के लिए कमर में दर्द है, लेकिन जब राज्य टीम अथक प्रयासों के बाद रणजी ट्रॉफी के नॉकआउट राउंड में पहुंची हैं, तो उसमें खेलने के सवाल पर दर्द है?? यह कैसा दर्द है? जाहिर है कि दर्द कहीं और ही है. और बीसीसीआई को इस दर्द का इलाज बहुत ही सलीके से ढूंढना ही होगा क्योंकि पठान का सवाल एकदम तार्किक, बड़ा और जायज है.