भारतीय पूर्व स्टंपर पार्थिव पटेल साल 2014 आईपीएल के दौरान उन्होंने विराट कोहली से जसप्रीत बुमराह की बहुत ही ज्यादा तारीफ की थी, लेकिन तब कोहली ने इसे गंभीरता से नहीं लिया था. पटेल ने रणजी ट्रॉफी मैचों के दौरान बुमराह को काफी नजदीक से गेंदबाजी करते देखा था. बता दें कि बुमराह ने साल 2013 में मुंबई इंडियंस के लिए अपने आईपीएल करियर की शुरुआत की थी और यह साल 2015 का समय था, जब उन्हें भारतीय सेलेक्टरों की ओर से बुलावा आया. और तब से लेकर अब पिछले करीब सात सालों में जसप्रीत ने खुद को दुनिया के शीर्ष पेसरों में स्थापित किया है और दिग्गजों ने उनको जमकर सराहा है, तो वहीं इस सीमर ने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन से अपना लोहा मनवाया है. साथ ही, मुंबई इंडियंस के पिछले चार में से जीते तीन खिताबों में भी बुमराह की खासी भूमिका रही.
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बहरहाल, पार्थिव ने एक वेबसाइट से बातचीत में खुलासा करते हुए कहा कि मैंने साल 2014 में कोहली से इस सीमर की बहुत ही ज्यादा तारीफ की थी, लेकिन कोहली उन्हें देखने को राजी नहीं हुए. पटेल ने कहा कि बुमराह साल 2013 और 2014 में औसत प्रदर्शन करने से लेकर मुबंई को खिताब दिलाने में उसके स्ट्राइक गेंदबाज बनने तक का सफर तय किया है. शुरुआती दो सेशन साधारण रहने के बाद बुमराह ने साल 20115 में बेहतरीन प्रदर्शन किया. पार्थिव ने यह भी कहा कि आज जो स्तर जसप्रीत का है, उसमे आईपीएल का बहुत ज्यादा योगदान रहा है.
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पूर्व स्टंपर ने कहा कि साल 2014 में जब मैं आरसीबी में था, मैंने कोहली से कहा था कि बुमराह नाम का एक तेज गेंदबाज है, जो अलग तरह का है और एक बेहतरीन पेसर है. तुम्हें उसे देखना चाहिए. इस पर विराट ने कहा, "छोड़ न यार, ये बुमराह-वुमराह क्या करेंगे." पटेल बोले कि जब पहली बार चुना गया था, तो उसे दो-तीन साल रणजी ट्रॉफी खेली. साल 2013 उसका पहला साल था और उसका 2014 का सेशन भी अच्छा नहीं रहा. और 2015 तो बुमराह के लिए इतना ज्यादा खराब रहा कि ऐसी चर्चा होने लगी कि उन्हें बीच सेशन से ही वापस घर भेजा जा सकता है, लेकिन बुमराह ने धीरे-धीरे सुधार किया और मुंबई इंडियंस ने भी उनका पूरा-पूरा साथ दिया. यह बुमराह की ही कड़ी मेहनत और मैनजमेंट का साथ रहा, जिसने बुमराह से उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराया.
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