जब से कुछ दिन पहले ही दिग्गज वीरेंद्र सहवाग ने पंजाब किंग्स के विकेटकीपर जीतेश शर्मा को जारी टूर्नामेंट पंत और इशान किशन से ज्यादा असर छोड़ने वाला बताया है, तभी से फैंस और प्रशंसकों का फोकस इस खिलाड़ी पर हो गया है. सहवाग ने तो यहां तक कह दिया कि वह ऑस्ट्रेलिया में होने जा रहे टी20 विश्व कप में जितेश को दूसरे विकेटकीपर के रूप में ले जाना पसंद करेंगे. बहरहाल, जितेस ने अपने विविध शॉट खेलने की क्षमता का श्रेय हर साल एक नया शॉट सीखने की आदत को दिया है. विदर्भ के लिए 2014 से सीमित ओवरों का क्रिकेट खेल रहे 28 साल के विकेटकीपर बल्लेबाज ने पंजाब किंग्स की ओर से अपने विविध शॉट खेलने की क्षमता से प्रभावित किया है.
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आईपीएल में पदार्पण के बाद जितेश ने ना सिर्फ अंतिम एकादश में अपनी जगह स्थापित की है बल्कि पंजाब किंग्स की टीम उन पर और लियाम लिविंगस्टोन पर ‘फिनिशर' के रूप में निर्भर है. जितेश ने सात पारियों में तीन बार 30 से अधिक रन बनाते हुए कुल 162 रन बनाए हैं और इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 167 रन का रहा है. राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 18 गेंद में 38 रन बनाने के बाद दिग्गज बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने टी20 विश्व कप के लिए उन्हें रिजर्व विकेटकीपर के तौर पर भारतीय टीम में शामिल करने की वकालत की है.
जितेश ने मंगलवार को कहा, ‘आभारी हूं कि सहवाग ने मेरे बारे में यह बात कही, लेकिन मैं वही कर सकता हूं जो मेरे नियंत्रण में है और चयन निश्चित तौर पर मेरे नियंत्रण में नहीं है.' उन्होंने कहा, ‘मैंने उम्मीद नहीं की थी कि मेरे लिए आईपीएल सत्र ऐसा रहेगा. एक क्रिकेटर के रूप में आप सिर्फ सही मानसिकता रखने और प्रदर्शन पर ध्यान देने का प्रयास कर सकते हैं, बाकी चीजें नियंत्रण में नहीं होती. मैं सिर्फ यही करने का प्रयास करता हूं.'
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जितेश ने मैदान के चारों तरफ बाउंड्री जड़ने की अपनी क्षमता से प्रभावित किया है. पिछले मैच में उन्होंने फॉर्म में चल रहे लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल पर फ्लिक से शानदार छक्का जड़ा और फिर दो गेंद बाद प्रसिद्ध कृष्णा की धीमी गेंद पर मिड आफ के क्षेत्ररक्षण के ऊपर से छक्का लगाया. जितेश ने कहा कि उन्होंने प्रत्येक साल एक नया शॉट सीखने का प्रयास किया है. उन्होंने कहा, ‘मैंने इस पर (विविध शॉट खेलने की क्षमता पर) कड़ी मेहनत की है. सीधे बल्ले से खेलना मेरा मजबूत पक्ष है. यह तैयारी पर निर्भर करता है। मैं प्रत्येक साल एक नया शॉट खेलने का प्रयास करता हूं या कुछ नया सीखने की कोशिश करता हूं.' पंजाब के कोच जूलियन वुड के मार्गदर्शन में जितेश के बड़े शॉट खेलने की क्षमता में सुधार हुआ. जितेश ने कहा, ‘टूर्नामेंट के दौरान मैं कुछ अलग करने का प्रयास नहीं करता. इतने वर्षों से जो सीखा है बस वही करता हूं.' उन्होंने कहा, मैंने थोड़ा बदलाव किया है जिसमें बड़े शॉट खेलने की क्षमता भी शामिल है. हमारे कोच ने हमें यही सिखाया है.'
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