श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) कंधे की सर्जरी के बाद जब उससे उबर रहे थे तो कई बार वह निराश भी हुए, लेकिन पूरी तरह से फिट हो चुका मुंबई का यह कलात्मक बल्लेबाज अब दिल्ली कैपिटल्स के पहले आईपीएल (IPL 2020) खिताब जीतने के अधूरे सपने को साकार करने के लिए कमर कस रहा है. अय्यर की कप्तानी में दिल्ली की टीम 2020 में पहली बार आईपीएल के फाइनल में पहुंची थी. इस साल स्थगित आईपीएल के पहले चरण के मैचों के दौरान वह चोटिल होने के कारण टीम का हिस्सा नहीं बन सके थे. उनकी गैरमौजूदगी में ऋषभ पंत ने टीम का नेतृत्व किया.
माइकल वॉन ने 25 साल पुरानी तस्वीर शेयर की, 11 साल के जो रूट को दिया था अवार्ड, अब कही यह बात
श्रेयस ने कहा, ‘दुर्भाग्य से, आईपीएल को सत्र के बीच में रोकना पड़ा, लेकिन इसने मुझे फिर से मौका दिया है. मैं एक खिलाड़ी और टीम की सोच को समझने वाले के तौर पर प्रशंसकों का सपना पूरा करने के लिए अपनी भूमिका में सब कुछ करूंगा.'दायें हाथ के इस आक्रामक बल्लेबाज से जब यह पूछा गया कि क्या वह पंत के नेतृत्व में खेलने के बारे में सोच रहे हैं, तो उन्होंने इसका सीधा जवाब नहीं दिया. श्रेयस ने कहा, ‘इस सत्र के शुरुआती चरण का हमारा प्रदर्शन 2019 और 2020 में बनाए गए माहौल के परिणाम को दर्शाता है. पिछले साल, हम आईपीएल जीतने के इतने करीब आ गए थे.'
उन्होंने कहा, ‘पिछले दो वर्षों में हमने टीम को एक योद्धा में बदल दिया है. यह उस प्रणाली और प्रक्रिया से आया है जिसे हमने स्थापित किया था। मैं प्रबंधन का शुक्रिया करना चाहूंगा कि उन्होंने मेरी क्षमता पर भरोसा किया, जिससे मैं टीम के लिए योगदान दे सका.' उन्हें लगता है कि कैपिटल्स में नेतृत्व की भूमिका ने उन्हें और अधिक समझदार क्रिकेटर बनने में मदद की क्योंकि इससे उन्होंने मानव-प्रबंधन कौशल और स्वभाव में सुधार करने में मदद मिली.
अय्यर ने कहा, ‘दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी ने मुझे एक बेहतर क्रिकेटर बनाया है. मैं अब चीजों, परिस्थितियों, खेल को अलग तरह से देखता हूं. इसने मेरे स्वभाव और एक कप्तान के रूप में मेरे प्रबंधन कौशल में सुधार किया है. रिकी पोंटिंग उस दौरान बहुत सहायक रहे हैं.'आईपीएल खेलते समय श्रेयस की एक नजर टी20 विश्व कप टीम पर भी होगी, जहां राष्ट्रीय टीम में जगह के लिए संभवत: ईशान किशन और सूर्यकुमार यादव के साथ उनका मुकाबला होगा. दोनों ने अपने टी20 करियर की शानदार शुरुआत की है.
सफेद गेंद के प्रारूप (एकदिवसीय और टी20) में भारतीय टीम के लिए 51 मैचों में 1363 रन बनाने वाले अय्यर ने कहा, ‘भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा हमेशा रही है और हमेशा रहेगी। यह एक प्रतिस्पर्धी खेल है. लेकिन मेरे लिए, यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि टीम में जगह को लेकर अब मेरी भूख और बढ़ गयी है.' टी20 क्रिकेट में बड़े शॉट लगाने वाले इस बल्लेबाज ने हालांकि यह स्पष्ट किया कि वह किसी के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं कर रहे है. उन्होंने कहा, ‘देखो, मेरी प्रतिस्पर्धा हमेशा खुद के साथ ही रही है. यह तुम बनाम तुम हो। इसने मेरे लिए अतीत में अच्छा काम किया है. मैंने अब तक इस खेल को ऐसे ही खेला है, और मेरे पास खुद पर संदेह करने का कोई कारण नहीं है कि मैं भविष्य में इसे दोहरा नहीं सकता और इसे बार-बार हासिल नहीं कर सकता.'
इस बात से विराट कोहली ने खारिज कर दी दिग्गज गावस्कर की सलाह
खुद को चुनौती देने के लिए तैयार अय्यर ने कहा, ‘मैं अपनी क्षमता के दम पर आगे बढ़ते रहना चाहता हूं. मैं उस बदलाव को हर दिन होते देखना चाहता हूं. मैं खुद को इसी तरह देखता हूं और मुझे इन चुनौतियों का सामना करने में मजा आता है.' फिटनेस के बारे में पूछे जाने पर अय्यर ने बताया कि उन्होंने दो सप्ताह पहले पूरी मैच फिटनेस हासिल कर ली थी और इस समय वह अच्छी स्थिति में हैं. उन्होंने कहा, ‘मैंने दो सप्ताह पहले शत प्रतिशत फिटनेस हासिल कर ली हैं. अब किसी तरह की कोई चिंता नहीं. मैं बहुत सहज, तरोताजा महसूस करता हूं और मेरी मानसिक स्थिति अच्छी है. यह सर्जरी मेरे लिए जरूरी थी और इससे निजात पाने की मुझे खुशी है.'
VIDEO: कुछ दिन पहले मोहम्मद कैफ ने श्रीलंका सीरीज को लेकर खास बात की थी.