रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए अंडर-19 एशिया कप फाइनल में भारतीय क्रिकेट की नई सनसनी वैभव सूर्यवंशी से बहुत ही ज्यादा उम्मीदें थी. इस लेफ्टी बल्लेबाज ने आतिशी शुरुआत कर उम्मीद भी जगाई, लेकिन वह सिर्फ 10 गेंदों पर 1 चौके और 3 छक्कों से 26 रन बनाकर सस्ते में लौटे, तो भारतीय उम्मीदें परवान चढ़ने से पहले ही दम तोड़ गईं. वहीं, इससे इतर उनके और पाकिस्तान पेसर अली रजा के बीच छिड़ी शब्दों की जगह और फिर आउट होने के बाद सूर्यवंशी की प्रतिक्रिया चर्चा का विषय बन गई. यह सही है कि वैभव की बल्लेबाजी की एक अपनी ही शैली है और उन्होंने टूर्नामेंट में पचास से ऊपर के औसत से रन भी बनाए. लेकिन एक वर्ग को उनका फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ इस अंदाज में आउट होना बिल्कुल भी पसंद नहीं है.
वैभव की शैली ही ही इस तरह की है. कभी रन बरसेंगे, तो कभी ऐसा ही होगा. फैंस की यह निराशा समझी जा सकती है क्योंकि मैच पाकिस्तान के खिलाफ था
वैभव को अब यह समझना होगा कि उनसे उम्मीदें बहुत ज्याद हो चली हैं. या उन्होंने ऐसी उम्मीदें बना दी हैं. और अगर वह इस पर खरे नहीं उतरते हैं, इस आगे इस तरह की और सख्त आलोचना उन्हें झेलनी पड़ेगी
यह तो एकदम सही बात है. जहां फैंस वैभव से बल्ले से बड़े धमाके की उम्मीद कर रहे थे, वहीं इस तरह की तस्वीर जायका बिगाड़ गई
बात सही है विश्व कप से पहले दोनों ही खिलाड़ियों को इस हार से सबक लेना होगा













