Afghanistan in T20 World cup Semi Final: टी-20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2024) में अफगानिस्तान क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए सुपर 8 के अहम मुकाबले में बांग्लादेश को 8 रन से हराकर सेमीफाइनल में जगह बना ली है.इस जीत के साथ अफगानिस्तान की टीम पहली बार टी-20 वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल खेलने वाली है. बता दें कि अब सेमीफाइनल में अफगानिस्तान की टीम का सेमीफाइनल साउथ अफ्रीका के साथ होगा. 27 जून को यह मुकाबला खेला जाएगा. अफगानिल्तान की टीम ने जो करिश्मा किया है उसे विश्व क्रिकेट याद रखेगा. पिछले कुछ सालों से इस टीम का परफॉर्मेंस लगातार आगे बढ़ा है. अब टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचकर इस टीम ने इतिहास रच दिया है.
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क्रिकेट की जबरा टीम कैसे बन गई अफगानिस्तान?
आईपीएल खेलने का फायदा
अफगानिस्तान की टीम ने शानदार परफॉर्मेंस कर टी-20 वर्ल्ड कप में पहले ग्रुप स्टेज में न्यूजीलैंड को हराने का कमाल किया, फिर सुपर 8 में ऑस्ट्रेलिया और बांग्लादेश को हराकर टीम ने ऐतिहासिक कमाल किया. टीम पहली बार टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंच गई है. अफगानिस्तान की टीम के पऱफॉर्मेंस में आए बदलाव का सबसे बड़ा कारण आईपीएल है. दरअसल, अफगानिस्तान के 8 से 10 खिलाड़ी लगातार आईपीएल खेल रहे हैं जिससे खिलाड़ियों के अंदर काफी आत्मविश्वास आया है, इसका उदाहरण अब बड़े टूर्नामेंट में भी देखवने को मिल रहा है. राशिद खान, मोहम्मद नबीं, गुरबाज ऐसे खिलाड़ी हैं जो लगातार आईपीएल खेल रहे हैं. गुरबाज तो इस साल आईपीएल की विजेता टीम केकेआर की ओर से भी खेले थे. यानी आईपीएल में खेलना अफगानिस्तान टीम के लिए काफी फायदेमंद रहा है.
तालिबान को क्रिकेट पसंद है
अफगानिस्तान के 'तालिबान' को क्रिकेट पसंद है. क्रिकेट को लेकर 'तालिबान' ने कोई पाबंदी नहीं लगाई है बल्कि खिलाड़ियों को फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलने की भरपूर छूट दी है जाती है. यही कारण है कि अफगानिस्तान के खिलाड़ी विश्व स्तर पर अपने परफॉर्मेंस से अपनी पहचान बना रहे हैं.
रशीद खान का गजब स्टारडम है
कप्तान राशिद ने इस समय विश्व क्रिकेट के सबसे बड़े सुपरस्टार में से एक हैं. राशिद खान अब विश्व क्रिकेट में अफगानिस्तान की पहचान बन गए हैं. पूरी दुनिया में राशिद खान ने अपनी गेंदबाजी का परचम लहराया है. राशिद T20I में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दुनिया के तीसरे गेंदबाज हैं. राशिद के स्टारडम का फायदा अफागिस्तान को मिला है. अफगानिस्तान के युवा अब क्रिकेट खेलकर अपना नाम बनाना चाहते हैं. राशिद अफगानिस्तान ही नहीं बल्कि विश्व क्रिकेट के भी आइडल बन चुके हैं. अब पूरे अफगानिस्तान में क्रिकेट अब जुनून बन चुका है.
पाकिस्तान से ज्यादा मजबूत टीम बन गई है
अफगानिस्तान की टीम में अब ऐसे-ऐसे खिलाड़ी हैं जो अब मैच का पासा पलट सकते हैं. गेंदबाजी में राशिद खान और फजलहक फारूकी कहर बरपा रहे हैं. सुपर 8 में गुलाबदीन नायब और नवीन उल हक ने भी गेंदबाजी से अपनी टीम के लिए मैच पलटने का काम किया है. अफगानिस्तान के पास इन खिलाड़ियों के अलावा मोहम्मद नबी, गुलबदीन नैब, अजमतुल्लाह उमरजई जैसे खिलाड़ी हैं जो लगातार अच्छा परफॉर्मेंस कर रहे हैं. कागज पर पाकिस्तान की टीम भले ही मजबूत नजर आती है लेकिन जिस तरह से अफगानिस्तान ने परफॉर्मेंस कर दिखाया है उसे देखकर यह कहा जा सकता है कि अब यह टीम बड़ी टीम बन गई है.
अजय जडेजा 'गुरु द्रोण' अफगानिस्तान के क्रिकेट का इंडियन कनेक्शन
भारत के पूर्व भारतीय खिलाड़ीअजय जडेजा अफगानिस्तान क्रिकेट के लिए 'गुरु द्रोण' की तरह है. वनडे वर्ल्ड कप में जडेजा टीम के सलाहकार बने थे. मेंटर के तौर पर जडेजा ने अफगानिस्तान क्रिकेट में जीत की जीत की भूख पैदा कर दी थी. अफगानिस्तान के खिलाड़ियों को जडेजा से काफी फायदा मिला. जडेजा जब टीम के मेंटर थे तो उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाड़ियों के साथ पिच क कंडीशंस और पिचों के बारे में ज्यादा बात की और साथ ही टीम को एक साथ रखने पर जोर दिया. एक जुट होकर खेलने की प्रेरणा पाकर अफगानिस्तान की टीम अब मजबूत टीम बन चुकी है. बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग में भी अफगानिस्तान की टीम को भरपूर फायदा मिला है. आज अफगानिस्तान की टीम जहां पहुंची है उसका पूरा श्रेय 'इंडियन कनेक्शन' को जाता है.
जिस दिन बड़ी टीम को गिरा देगी, उस दिन बड़ी टीम बन जाएगी.
वनडे वर्ल्ड कप के दौरान जडेजा से पूछा गया था कि क्या यह टीम बड़ी टीम को गिरा सकती है, तब जडेजा ने कहा था, जिस दिन यह टीम बड़ी टीम को गिरा देगी. उस दिन यह बड़ी टीम बन जाएगी. अब वह समय आ गया है, अफगानिस्तान की टीम ने इतिहास रच दिया है. न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे बड़ी टीम को हराकर अफगानिस्तान अब विश्व क्रिकेट की बड़ी टीम बन गई है .
देहरादून और नोएडा में टीम की ट्रेनिंग हुई
जब अफगानिस्तान क्रिकेट की शुरूआत हुई तो भारतीय बोर्ड ने उनके लिए देहरादून और नोएडा स्टेडियम में प्रैक्टिस करने के लिए आमंत्रित किया था. भारत में रहकर अफगानिस्तान क्रिकेटरों और अफगानिस्तान क्रिकेट को काफी बढ़ावा मिला. यानी हम कह सकते हैं अफगानिस्तान क्रिकेट आज विश्व स्तर पर जहां पहुंची है उसका पूरा श्रेयस भारतीय क्रिकेट बोर्ड को भी जाता है. अफगानिस्तान क्रिकेट में शुरुआत से ही भारतीय कनेक्शन रहा है. उमेश पटवाल टीम के पूर्व कोच भी रहे थे.
लालचंद राजपूत की कोचिंग में आगे बढ़ी अफगानिस्तान
पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी लालचंद राजपूत भी अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के कोच पद पर रहे थे. उनकी कोचिंग में अफगानिस्तान क्रिकेट में काफी सुधार आया था. लालचंद राजपूत का अनुभव पाकर टीम में काफी बदलाव आए. आज अफगानिस्तान टीम की पहचान जिस तरह विश्व क्रिकेट में बनी है. उसका श्रेय भारत के इन पूर्व क्रिकेटरों को भी जाता है.