- कुलदीप ने बरसापारा स्टेडियम की पिच की तुलना पूरी तरह सपाट सड़क से की है, जो गेंदबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण थी.
- दक्षिण अफ्रीका के निचले क्रम ने पहली पारी में 489 रन बनाए, जबकि भारतीय गेंदबाज उनसे जल्दी आउट नहीं कर सके.
- कुलदीप ने 29.1 ओवर में 115 रन देकर चार विकेट लिए और भारत की ओर से सबसे सफल गेंदबाज रहे.
Kuldeep Yadav Big Statement on Guwahati Pitch: बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव ने दक्षिण अफ्रीका के निचले क्रम को जल्दी आउट करने में नाकाम रहे भारतीय गेंदबाजों का बचाव करते हुए रविवार को बरसापारा स्टेडियम की पिच की तुलना 'सड़क' से की. दक्षिण अफ्रीका के निचले क्रम के बल्लेबाज पहली पारी में टीम के स्कोर को 489 रन तक पहुंचाने में सफल रहे. कोलकाता में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट में बल्लेबाजों को संघर्ष करना पड़ा था लेकिन यहां स्पिनरों को पिच से खास मदद नहीं मिल रही थी.
कुलदीप से जब दोनों स्थलों के पिच की तुलना से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने व्यंग्य भरे लहजे में कहा,"कोलकाता का विकेट तो अलग था. यह तो 'सड़क (पूरी तरह से सपाट)' की तरह है. इसलिए यह चुनौतीपूर्ण है और इसीलिए इसे टेस्ट मैच कहा जाता है." कुलदीप भारत की ओर से पहली पारी में सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने 29.1 ओवर में 115 रन देकर चार विकेट लिए. यह देखना दिलचस्प होगा कि बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया इस बयान को कैसे लेते हैं क्योंकि यह उनके घरेलू मैदान पर आयोजित होने वाला पहला टेस्ट मैच है और एक सीनियर खिलाड़ी ने पिच का आकलन बहुत अच्छा नहीं किया है.
कुलदीप ने कहा कि प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करने के लिए जुझारूपन दिखाना जरूरी है. उन्होंने कहा,"यह हमेशा दबदबे की बात नहीं होती, बल्कि यह भी बहुत महत्वपूर्ण है कि आप एक अच्छी बल्लेबाजी पिच पर कैसे वापसी करते हैं. यह गेंदबाजों के लिए एक मुश्किल विकेट था क्योंकि मुझे नहीं लगा कि इस विकेट से बहुत मदद मिल रही है."
कुलदीप ने कहा कि खिलाड़ियों को पिच की प्रकृति के बारे में सोचकर खुद को तनाव में डालने की जगह इसका लुत्फ उठाना चाहिये. उन्होंने कहा,"यह तेज गेंदबाजों के लिए भी ज्यादा मददगार नहीं लग रहा था, लेकिन यह टेस्ट क्रिकेट है और आपको इसका आनंद लेना चाहिए. आपको इसका आनंद लेना चाहिए. आप जैसे-जैसे परिपक्व होते जाते हैं, आप विकेट के बारे में ज्यादा सोचे बिना खेलते है. अगले टेस्ट में इससे बेहतर विकेट हो सकता है, इसलिए कोई शिकायत नहीं."
उन्होंने कहा कि मैच के शुरुआती सत्र में थोड़ी नमी थी लेकिन उसके बाद के पांच सत्र में स्पिन गेंदबाजों के लिए कोई मदद नहीं थी. उन्होंने कहा,"मुझे कल पहले सत्र में लगा कि विकेट में थोड़ी नमी थी, इसलिए मुझे पहले सत्र में थोड़ा टर्न मिला. उसके बाद बल्लेबाजी करना बहुत अच्छा रहा." उन्होंने निराशा भरे अंदाज में कहा,"कल और फिर आज स्पिन गेंदबाजों को किसी तरह की मदद नहीं मिली. आज का दिन बल्लेबाजों के लिए ज्यादा अच्छा था क्योंकि मुझे लगभग कोई टर्न नहीं मिला. मैं और जडेजा भी इस बारे में बात कर रहे थे."
कुलदीप इस बात से बहुत संतुष्ट थे कि भारत ने पहले सत्र में सटीक लाइन-लेंथ से गेंदबाजी कर दक्षिण अफ्रीका को सिर्फ 69 रन बनाने का मौका दिया. उन्होंने कहा,"मार्को यानसन ने मौकों का फायदा उठाया और अच्छी बल्लेबाजी की. और ऐसा आमतौर पर तब होता है जब साझेदारियां लंबी होती हैं और आप दूसरी टीम की तुलना में अच्छी स्थिति में होते हैं. आप ऐसी स्थिति का फायदा उठाना चाहते हैं और विकेट बल्लेबाजी के लिए अच्छा था."
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