World Cup 2023 में रविवार को धर्मशाला में एक समय खासा मजबूत स्कोर बनाता दिख रहा न्यूजीलैंड अगर तीन सौ का आंकड़ा नहीं छू सका, या इससे पार नहीं जा सका, तो इसके पीछे सबसे बड़ी वजह मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) रहे, जिन्होंने पांच विकेट लिए और एक समय तीन सौ का आंकड़ा पार करते दिख रहे कीवियों को काफी पहले ही रोक दिया. शमी ने कोटे के 10 ओवरों में 54 रन देकर पांच विकेट लिए. और प्रदर्शन ऐसा जलवेदार रहा है, तो एक नहीं, बल्कि कई रिकॉर्ड इस पेसर ने बना दिए. इसमें एक कारनामा ऐसा भी रहा, जो World Cup के 48 साल के इतिहास में पहले कोई कोई भी नहीं कर सका. यह कारनामा न कपिल देव के हिस्से में आया और न ही किसी और भारतीय गेंदबाज के नसीम में. बहरहाल, आप इस सहित उन तमाम रिकॉर्डों के बारे में जान लीजिए, जो मोहम्मद शमी ने बनाए.
शमी के पंजे का कमाल, मच गया धमाल!
शमी ने पांच विकेट लिए, तो वह वर्ल्ड कप के करीब 48 साल के इतिहास यह कारनामा करने वाले सिर्फ पहले गेंदबाज बन गए. उनसे पहले कपिल देव सहित कोई भारतीय गेंदबाज ऐसा नहीं कर सका था. शमी से पहले कपिल देव को मिलाकर पूर्व में शमी से पहले कपिल देव, वेंकटेश प्रसाद, रॉबिन सिंह, आशीष नेहरा और युवराज सिंह वे खिलाड़ी रहे हैं, जिन्होंने World Cup में बारत के लिए एक बार पांच-पांच विकेट लिए.
भारत के लिए World Cup में सबसे ज्यादा विकेट
विश्व कप के इतिहास में इस आंकड़े में सबसे ऊपर जहीर खान (44) ने अपना नाम लिखवा रखा है. उनके बाद जवागल श्रीनाथ (44) हैं. और इनका रिकॉर्ड तोड़ना भी बहुत बड़ा चैलेंज है, लेकिन शमी ने पंजा पड़ा, तो वह अनिल कुंबले (31) और जसप्रीत बुमराह (29) को पछाड़कर तीसरे नंबर पर पहुंच गए. न्यूजीलैंड के मैच तक विश्व कप में शमी के 36 विकेट हो चुके हैं. कपिल देव (28) छठे नंबर पर हैं. मतलब शमी ने दो काम तो ऐसे कर ही दिए, जो कपिल देव भी नहीं कर सके. कुल मिलाकर न्यूजीलैंड के मैच तक शमी के विश्व कप में 12 मैचों में 36 विकेट हो चुके हैं.
वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा "चौके"
बात बल्ले से निकलने वाली नहीं, बल्कि किसी एक मैच की पारी में चटकाए जाने वाले चार विकेटों की हो रही है. इस मामले कंगारू लेफ्टी मिचेल स्टार्क छह बार कारनामा करके पहले नंबर पर हैं, लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि शमी इसी संस्करण में स्टार्क की बराबरी कर लें क्योंकि दक्षिण अफ्रीका के इमरान ताहिर और अब शमी पांच-पांच बार एक मैच में चार विकेट चटकाकर संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर हैं. और हां किसी और भारतीय गेंदबाज ने दो बार से ज्यादा किसी मैच में चार या इससे ज्यादा विकेट नहीं लिए हैं.