IND vs NZ 2nd T20I: अर्शदीप सिंह को लेकर खड़ा हुआ बड़ा सवाल, लेफ्टी पेसर को "मजबूती से" देना होगा जवाब

India vs New Zealand: पहले टी10 मुकाबले यह अर्शदीप का फेंका गया आखिरी ओवर रहा, जिसने भारत के जीत के आसार को बहुत चोट पहुचायी.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
भारतीय लेफ्टी युवा पेसर अर्शदीप को जल्द ही आलोचना को जवाब देना होगा
नई दिल्ली:

न्यूजीलैंड के खिलाफ शुक्रवार को रांची में खेले गए पहले टी20 (India vs New Zealand) मुकाबले में भारत मुकाबला 21 रन से हार गया. इस हार के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं, लेकिन बड़ा सवाल लेफ्टी पेसर अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) को लेकर खड़ा हो गया है. और यह बड़ा सवाल इस बात से नहीं जुड़ा है कि पारी के आखिरी ओवर में सरदार ने अपने ओवर में 27 रन दिए, बल्कि सवाल इसलिए पैदा हुआ है क्योंकि मुद्दे ने लगभग विकराल रूप धारण कर लिया है. इसमें दो राय नहीं कि अर्शदीप पहले टी20 में बहुत ही ज्यादा जंग लगे और अपनी चिर-परिचित लय से उखड़े हुए दिखायी पड़े, लेकिन वह इतने ज्यादा रंगविहीन दिखेंगे, इसका अंदाजा किसी को नहीं था. बहरहाल, इस मुद्दे पर लौटते हैं, जिसने बहुत ही बड़ा रूप धारण कर लिया है. 

SPECIAL STORIES:

 टीम में बदलाव के सवाल यह बहुत ही रुचिकर जवाब दिया वॉशिंगटन सुंदर ने

अर्शदीप से जुड़ा यह मुद्दा है स्लॉग ओवर में उनका प्रदर्शन और पिछले 19 टी20 मैचों में बहुत ही ज्यादा बिगड़ गया है. इतना ज्यादा कि अब भारतीय गेंदबाजी कोच पारस महाम्ब्रे और टीम मैनेजमेंट को इस विषय को बहुत ही गंभीरता से लेना होगा क्योंकि पानी खतरे के निशान से ऊपर चला गया है. 

Advertisement

बता दें कि पिछली टी20 की 19 पारियों में अशर्दीप ने स्लॉग ओवरों में इतने ही विकेट चटकाए हैं. लेकिन उनका हाल लगभग इस दौरान वैसा ही रहा है, जैसा शुक्रवार को मिशेल ने किया. इन 19 पारियों के स्लॉग ओवरों में अर्शदीप का का इकॉनमी-रेट 9.44 का रहा, जबकि उनके खिलाफ इस दौरान 147.09 के स्ट्राइक-रेट से बल्लेबाजों ने रन बनाए. साथ ही, उन्होंने दस छक्के भी खाए. 

Advertisement

चिंता की बात यह भी है कि जब अर्शदीप टीम इंडिय में आए  थे, तो उन्हें एक दिलेर गेंदबाज कहा गया था. वह दबाव के पलों में यॉर्कर फेंकते थे और उनकी स्विंग में भी एक तीखापन था, जो अब एकदम नदारद दिखायी पड़ रहा है. ऐसे में अब अर्शदीप को चिंतन-मनन करना होगा और जल्द से जल्द इसक जवाब एक प्रक्रिया के तहत देना होगा क्योंकि सिर्फ दो या तीन मैचों से ही इस बात का जवाब नहीं मिल सकता. स्लॉग ओवर एक ऐसा विषय है, जिसमें उन्हें नियमित रूप से खुद को साबित करना होगा.

Advertisement

ये भी पढ़े- 

गांगुली ने विश्व कप के लिए सेलेक्टरों और राहुल द्रविड़ से किया यह खास अनुरोध

स्पीड स्टार उमरान मलिक को क्यों नहीं मिला गेंदबाज़ी का मौका, जानें बड़ा कारण

स्पोर्ट्स से जुड़ी खबर के लिए सब्सक्राइब करें NDTV Sports HIndi

Advertisement
Featured Video Of The Day
UP News: बेहतरीन English Speaking Skills पर फिर भी कोई Job नहीं, Homeless की तरह रहने पर मजबूर का दर्द