Ind vs Nz 1st Test: राहुल द्रविड़ कुछ भी करते हैं, तो मानक तय करते हैं, अंतर पैदा करते हैं. अपनी कोचिंग में पहले ही टेस्ट में जरा उनकी बातों पर गौर फरमा लीजिए. मसलन श्रेयस अय्यर को सीनियर क्रिकेटर के हाथों कैप न दिलाकर पुराने दिग्गजों से कैंप भेंट कराने की परंपरा की वापसी की बात रही हो या मैच खत्म होने के बाद आर. अश्विन का बयान कि यादें महत्व करती हैं, रिकॉर्ड नहीं, वगैरह-वगैरह. राहुल द्रविड़ की बात ही निराली है. जो कुछ भी करते हैं, उसका मैसेज बहुत ही दूर तक जाता है. और अब भले ही पहले टेस्ट का परिणाम भारत के पक्ष में न गया हो, लेकिन हेड कोच राहुल द्रविड़ का दिल कानपुर के ग्रीनपार्ककी पिच ने जीत लिया. और दिल जीत लिया शिवकुमार के नेतृत्व में ग्राउंड्स स्टॉफ ने.
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राहुल द्रविड़ ने मैच के बाद मैदानकर्मियों को सपोर्टिंग पिच बनाने के लिए इनाम के रूप में पैंतीस हजार रुपये का इनाम दिया. यह सभी ने दिखा कि पिच पर जहां सीमरों को खासी मदद मिली, तो समय गुजरने के साथ स्पिनर ने भी दबदबा बनाया.
मैच के बाद यूपीसीए ने प्रेस बॉक्स में यह घोषणा की कि राहुल द्रविड़ ने निजी रूप से मैदानकर्मियों को पैंतीस हजार रुपये इनाम के रूप में दिए हैं. और राहुल द्रविड़ की इस बात से शिवकुमार बहुत ही गदगद दिखायी पड़े. कुल मिलाकर यह पिच सभी के लिए थी. बल्लेबाजों के लिए रन बनाने का अच्चा मौका था, तो जब दूसरे दिन सुबह के समय में साऊदी की गेंद खासी स्विंग हो रही थी, तो यहां बल्लेबाजों का टेस्ट भी था.
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वहीं बाकी दिन भी ओपनरों के साथ-साथ गेंदबाजों के धैर्य के भी जब परीक्षा हुयी, जब लैथम और यंग ने मिलकर पहले विकेट के लिए 151 रन की साझेदारी की. बहरहाल, द्रविड़ के इस कदम से मैसेज साफ तौर पर ब्रेबोर्न स्टेडियम के क्यूरेटर तक पहुंच गया होगा, जहां दिसंबर तीन से दूसरा टेस्ट खेला जाएगा.
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