इंग्लैंड के खिलाफ रांची (Ranchi) में खेले जा रहे चौथे टेस्ट के दूसरे दिन भारतीय बल्लेबाजी का जो हाल हुआ, उसकी किसी ने उम्मीद नहीं की थी. वास्तव में अगर यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने टिककर अच्छे 73 रन न बनाए होते, तो भारत की "तस्वीर' और भी ज्यादा निराशाजनक होती. कप्तान रोहित (Rohit Sharma) नहीं चले, तो शुभमन गिल (Shubman Gill) हमेशा की तरह जमकर आउट हो गए. करियर के पहले ही टेस्ट में दोनों पारियों में पचासा जड़ने वाले सरफराज खान (Sarfaraz Khan) से बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन वह बी 14 ही रन बना सके.
वास्तव में उनके और लेफ्ट-आर्म स्पिनर टॉम हार्टले के बीच घमासाल संघर्ष देखने को मिला. यह आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि राजकोट में खुलकर खेलने वाले सरफराज का धीमा रूप भी देखने को मिला. और 14 रन बनाने के लिए उन्होंने 53 गेंद खेलीं. और वह एक ही चौका लगा सके.
ऐसी रही फाइनल तस्वीर
फाइनल तस्वीर ऐसी रही राजकोट में करीब-करीब सौ के औसत से बैटिंग करने वाले सरफराज सिर्फ 11.76 का स्ट्राइक-रेट निकाल सके. सरफराज ने हार्टले की 34 गेंद खेलीं और इसमें से 30 डॉट (खाली) बॉल रहीं. चार पर उन्होंने सिंगल लिया, तो एक पर वह आउट हो गए.
इस पहलू ने डाला बड़ा असर
फैंस हैरान थे कि पहले ही टेस्ट में आतिशी अंदाज दिखाने वाले सरफराज को क्या हो गया. दरअसल रांची की पिच पर गेंद दूसरे दिन ही बहुत ज्यादा नीची और साथ ही धीमी भी रह रही थी. बीच-बीच में इसमें घासा घुमाव भी उछाल के साथ देखने को मिल रहा था. इन पहलुओं सरफराज को सतर्क रवैया अपनाने के लिए मजबूर कर दिया.