Border Gavaskar Trophy, Jasprit Bumrah: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का चौथा मुकाबला मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड स्टेडियम में खेला जा रहा है. बॉक्सिंग-डे टेस्ट के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी है. हालांकि, जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने वापसी का प्रयास तो किया, लेकिन स्टंप्स तक भारत बैकफुट पर नजर आ रहा है.
ऑस्ट्रेलिया ने दिन का खेल खत्म होने तक 86 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 311 रन बना लिए हैं. क्रीज पर स्टीव स्मिथ 68 और पैट कमिंस 8 रन बनाकर खेल रहे हैं. इस मैच में बुमराह ने अपने करियर का सबसे महंगा ओवर फेंका. ऑस्ट्रेलिया के लिए डेब्यू करने वाले सैम कोनस्टास ने बुमराह के एक ओवर में 18 रन बटोरे.
हालांकि, जडेजा ने उन्हें 60 के स्कोर पर पवेलियन की राह दिखाई. बुमराह को मैच का पहला विकेट उस्मान ख्वाजा के रूप में मिला, जो 57 रन बनाकर आउट हुए. इसके बाद बुमराह ने ट्रेविस हेड और मिचेल मार्श को अपना शिकार बनाया. मिचेल मार्श को अपना शिकार बनाते ही बुमराह ने एक खास कारनामा किया.
दरअसल, इस सीरीज में बुमराह अभी तक 24 विकेट ले चुके हैं. बुमराह ने इससे पहले कभी भी अपने टेस्ट करियर में इतने विकेट नहीं लिए थे. इससे पहले उन्होंने 2021-2022 में इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों में 23 विकेट लिए थे. बुमराह इस सीरीज में जिस तरह के विकेट चटका रहे हैं, उससे देखकर लगता है कि वो जल्द ही कई और बड़े रिकॉर्ड अपने नाम करेंगे. बुमराह अगर इस सीरीज में 12 विकेट और लेते हैं तो वह भारत के लिए एक टेस्ट सीरीज में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बन जाएंगे.
भारत के लिए एक टेस्ट सीरीज में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में टॉप पर बीएस चंद्रशेखर हैं, जिन्होंने 1972-1973 में 35 विकेट लिए थे. हालांकि, इस लिस्ट में टॉप-5 में जो गेंदबाज हैं, उन्होंने भारतीय सरजमीं पर यह कारनामा किया था और बुमराह विदेशी धरती पर धूम मचा रहे हैं.
भारत के लिए एक टेस्ट सीरीज में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज
बीएस चंद्रशेखर
इस लिस्ट में टॉप पर बीएस चंद्रशेखर हैं, जिन्होंने 1972-1973 में भारत दौरे पर आई इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों में 35 विकेट लिए थे. उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 79 रन देकर 8 विकेट लेना था. इस सीरीज में उन्होंने चार बार फाइव विकेट हॉल लिए थे.
मुलवन्तराय मांकड़ (वीनू मांकड)
वीनू मांकड ने 1952-1952 में भारत दौरे पर आई इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों में 34 विकेट झटके थे. उन्होंने इस सीरीज में पांच बार फोर विकेट हॉल लिया था. जबकि एक बार फाइव विकेट हॉल लेने में सफल रहे थे. इस सीरीज में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 55 रन देकर 8 विकेट लेना था.
सुभाषचंद्र पंढरीनाथ गुप्ते (सुभाष गुप्ते)
सुभाष गुप्ते ने 1955-1956 में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू धरती पर खेले पांच मैचों में 34 विकेट झटके थे. इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 128 रन देकर 7 विकेट लेना था. इस सीरीज में उन्होंने चार बार फाइव विकेट हॉल लिया था.
रविचंद्रन अश्विन
हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले रविचंद्रन अश्विन ने 2020-2021 में घरेलू सरजमीं पर इंग्लैंड के खिलाफ चार मैचों की सीरीज में 32 विकेट झटके थे. इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 61 रन देकर 6 विकेट लेना था. उन्होंने इस सीरीज में तीन बार फाइव विकेट हॉल लिया था.
हरभजन सिंह
साल 2000-2001 में भारत दौरे पर आई ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ तीन मैचों में हरभजन सिंह ने 32 विकेट झटके थे. उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 84 रन देकर 8 विकेट लेना था. इस सीरीज में उन्होंने चार बार फाइव विकेट हॉल लिया था.
कपिल देव
इसके बाद लिस्ट में कपिल देव हैं. उन्होंने 1979-1980 में भारत दौरे पर आई पाकिस्तानी दौरे के दौरान 6 मैचों में 32 विकेट लिए थे. उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 56 रन देकर 7 विकेट लेना था. इस दौरान उन्होंने दो बार फोर विकेट और तीन बार फाइव विकेट हॉल लिए थे.
रविचंद्रन अश्विन
इसके बाद लिस्ट में फिर रविचंद्रन अश्विन हैं. अश्विन ने 2015-2016 में भारत दौरे पर आई दक्षिण अफ्रीकी टीम के खिलाफ 4 मैचों में 31 विकेट लिए थे. इस दौरान उन्होंने चार बार फाइव विकेट हॉल लिए थे. इस सीरीज में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 66 रन देकर 7 विकेट लेना था.
बिशन सिंह बेदी
बिशन सिंह बेदी ने 1977-1978 में ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर पांच मैचों में 31 विकेट लिए थे. इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 55 रन देकर 5 विकेट था. इस दौरान उन्होंने तीन बार फाइव विकेट हॉल लिए थे.
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