Geoffrey Boycott on England bazball : इंग्लैंड को दूसरे टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा है. दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड की बैजबॉल (bazball) रणनीति फ्लॉप रही जिसके बाद अब फिर से इंग्लैंड की आलोचना होने लगी है. दूसरे टेस्ट में 399 रनों के लक्ष्य को हासिल करने के दौरान इंग्लैंड टीम ने तेज गति में रन बनाने का काम किया लेकिन लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाई थी. भारतीय गेंदबाजों ने बैजबॉल रणनीति के दौरान करारा जवाब दिया और टेस्ट मैच को जीतने में अहम भूमिका निभाई. दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड की हार के बाद इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ज्योफ्री बॉयकॉट (Geoffrey Boycott react on IND vs ENG 2nd Test) काफी नाखुश हैं. खासकर 'बैजबॉल' रणनीति के खिलाफ पूर्व इंग्लिश कप्तान ने अपनी बात रखी है. टेलीग्राफ को लिखे अपने कॉलम में ज्योफ्री बॉयकॉट ने इंग्लैंड टीम के कोच बैंडन मैक्कुलम और कप्तान बेन स्टोक्स (Brendon McCullum or ben Stokes) पर भड़क उठे हैं और बैजबॉल की रणनीति पर अपनी राय दी है.
ज्योफ्री बॉयकॉट ने अपने कॉलम में लिखा है. "मैक्कुलम और बेन स्टोक्स आक्रमक खेल के पीछे पड़े हुए हैं. उनकी रणनीति देखकर यह पता चल रहा है कि यदि हम मैच नहीं जीत पाते हैं तो हार जो मिलेगी वह बेहतरीन हार में गिनी जाएगी. लेकिन असफलता और हार में कोई गर्व होने वाली बात नहीं है. यकीनन जब बैजबॉल काम करता है तो सभी को मजा आता है. फैन्स का भरपूर मनोरंजन भी होता है. दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड ने मैच को जाने दिया. हम हार गए. यकीनन बैजबॉल असफल रहा है." (Geoffrey Boycott delivers brutal verdict on England's 'glorious Bazball failure)
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ज्योफ्री बॉयकॉट ने जो रूट के विकेट को लेकर भी बात की और लिखा है कि "दूसरी पारी में जिस अंदाज में रूट आउट हुए उसे देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि बैजबॉल उनके ऊपर हावी हो गया था. बैजबॉल के कारण ही रूट आउट हुए. रूट एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं और उन्हें इस तरह से आउट होते हुए देखना निराश करने वाला होता है." इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने सीधे तौर पर कहा कि, " बैजबॉल के कारण ही रूट पिच पर बहुत जल्दी नाचने लगे. हवा में मारने की कोशिश की और केवल 16 रन बनाकर उन्हें पवेलियन जाना पड़ा. "
पूर्व कप्तान ने आगे कहा, "देखिए रूट के पास क्लास है. वह क्रीज पर जमकर अपनी पारी को आगे बढ़ा सकता है. लेकिन यदि आप उनसे बैजबॉल की अपेक्षा करेंगे तो वो ऐसे ही आउट होंगे. बैजबॉल उन्हें कंफर्ट जोन से बाहर ले जाती है."
इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज ने सीधे तौर पर मैक्कुलम और स्टोक्स को फटकार लगाई है. बॉलकॉट का मानना है कि "इंग्लैंड के खेल को देखकर ऐसा लगता है कि टी-20 उनके दिमाग में घुस गया है. अब उन्हें अपनी रणनीति में बदलाव करने होंगे. इंग्लैंड आने वाले मैचों में अपने दृष्टिकोण में बदलाव करना होगा. आपको टेस्ट में हर गेंद पर प्रहार करने की जरूरत नहीं है. हर गेंद पर स्वीप, स्वाइप या क्रॉस-बैट खेलना अहम नहीं है. ऐसे शॉट टी-20 के लिए बने हैं.जहां आप कम समय में ज्यादा रन बनाने के बारे में सोचते हैं. इंग्लैंड की बल्लेबाजी टेस्ट में भी टी-20 जैसी है."
बॉयकॉट ने लिखा, "लेकिन हमारी टीम सकारात्मक होकर क्यों नहीं खेल सकती? बल्लेबाजी हमेशा परिस्थितियों के अनुकूल ढलने वाली होनी चाहिए, हमें यह सोचना होगा मैच के दोरान कब आक्रमक होना है और कब संयम होकर पारी को आगे बढ़ाना है."
बता दें कि अब टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच 15 फरवरी को राजकोट में खेला जाएगा. सीरीज के पहले टेस्ट में भारत को इंग्लैंड ने 28 रनों से हराया था. पहले टेस्ट में जीतके बाद दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड का बैजबॉल फ्लॉप रहा और भारत 106 रनों से जीत हासिल करने में सफल रहा.