हाल ही में BCCI द्वारा चर्चा और विवादों में रहे इशान किशन (Ishan Kishan) और श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) के वार्षिक अनुबंध से बाहर रखने के बाद से ही इस मामले पर लगातार दिग्गजों की प्रतिक्रिया आ रही है. एक दिन पहले ही पूर्व कप्तान कपिल देव ने इस फैसले की प्रशंसा की थी, तो अब एक और कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Gaguly) ने भी अपने विचार रखे हैं. सौरव ने कहा कि इस मामले पर BCCI के अध्यक्ष रोजर बिन्नी और सचिव जय शाह (Jay Shah) को इशान से बात करनी चाहिए और उन्हें घरेलू क्रिकेट के महत्व के बारे में बताना चाहिए.
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सौरव बोले कि इशान जैसे खिलाड़ी के लिए बीसीसीआई सचिव जय शाह, रोजर बिन्नी और सेलेक्टरों को उनसे बात करने की जरुरत है. इशान ने पहले रणजी ट्रॉफी और इसके बाद व्हाइट-बॉल क्रिकेट खेली है. क्या इसने इशान को खराब क्रिकेटर बना दिया है? वास्तव में ऐसा नहीं हुआ. गांगुली ने बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि दिल्ली कैपिटल्स के खेलने वाले लंबू पेसर इशांत शर्मा को साल 2021 के बाद से भारतीय टीम में नहीं चुना गया है, लेकिन वह लगातार घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं.
पूर्व कप्तान ने कहा कि दिल्ली कैपिटल्स के लिए चुन गए सभी खिलाड़ी सैयद मुश्ताक अली, विजय हजारे और रणजी ट्रॉफी में खेले. यहां तक कि इशांत शर्मा ने भी रणजी ट्रॉफी मैच खेले हैं. गांगुली ने कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज 3-1 से जीतने के बाद कप्तान रोहित ने भी साफ कर दिया है कि "भूखे" खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जाएगी.