लॉर्डस में मेहमान न्यूजीलैंड के खिलाफ जारी पहले टेस्ट में शानदार शुरुआत करने वाली इंग्लैंड टीम को जोर का झटका लगा है. और फील्डिंग के दौरान बाउंड्री के नजदीक कारण उन्हें सिर में चोट लगी और उन्होंने कनकशन (सिर में भीतरी चोट) के लक्षणों के कारण बीच टेस्ट से ही हटने का निर्णय लिया. मैट पार्किंसन उनके सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी होंगे. ईसीबी ने जारी बयान में कहा कि फील्डिंग के दौरान लीच को सिर में लगी चोट बाद उन्हें कनकशन के लक्षण महसूस हुए. कनकशन नियम (concussion rule) के हिसाब से उन्होंने टेस्ट मैच से हटने का फैसला किया है. ईसीबी ने कहा कि लंकाशायर के स्पिनर मैथ्यू पार्किंसन उनकी जगह लेंगे. वह जल्द ही शिविर से जुड़ जाएंगे और उन्हें सीधे इलेवन में शामिल किया जा सकता है. पार्किंसन लेग स्पिनर हैं और उन्होंने 37 प्रथम-श्रेणी मुकाबलों में 126 विकेट चटकाए हैं.
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साल 2019 के बाद से इंग्लैंड के लिए पहला टेस्ट खेल रहे जैक लीच को बाउंड्री के नजदीक तब चोट लगी, जब वह फील्डिंग के दौरान सिर के बल गिए और इस प्रयास में अपनी गर्दल चोटिल करा बैठे. न्यूजीलैंड की मेडिकल टीम ने कुछ मिनट उनका उपचार किया और वह पवेलियन लौट आए. ईसीबी की मेडिकल टीम की जांच के बाद लीच के मैच से हटने का फैसला किया.
क्या कहता है कनकशन नियम
आईसीसी की प्लेइिंग कंडीशन के नियम 1.2.8.1 के हिसाब कनकशन प्लेयर के स्थानापन्न खिलाड़ी का आंकलन करने के लिए लिया गया खिलाड़ी "चोटिल प्लेयर जैसा" ही होना चाहिए. मैच रेफरी को चोटिल खिलाड़ी की भूमिका पर विचार करना चाहिए. साथ ही, स्थानापन्न नामित खिलाड़ी की भूमिका पर भी विचार होगा.
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नियम 1.2.8.2 कहता है कि अगर मैच रेफरी पाता है कि अगर नामित स्थानापन्न खिलाड़ी की भूमिका टीम को ज्यादा फायदा पहुंचाएगी, तो मैच रेफरी उस की भूमिका की सीमित कर सकता है. उदाहरण के अगर शुद्ध बल्लेबाज डेविड वॉर्नर टेस्ट मैच के दौरान चोटिल होने पर ऑस्ट्रेलिया मिशेल मार्श को नामित करता है, तो मैच रेफरी मार्श के मैच में गेंदबाजी करने पर रोक लगा सकते हैं क्योंकि वह ऑलराउंडर हैं.
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