भारत को हेडिंग्ले में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज क पहले ही मैच में हार मिली तो यह भारत की आखिरी नौ टेस्ट मैचों में सातवीं हार रही. और इस प्रदर्शन के बाद हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के समर्थक भी आलोचक में तब्दील हो रहे हैं. दो राय नहीं कि इस समय गौतम बहुत ही ज्यादा दबाव में हैं. अब पूर्व क्रिकेटर और गौतम के राज्य से आने वाले उनके पुराने साथी आकाश चोपड़ा ने कहा है कि गंभीर बहुत ही ज्यादा दबाव में हैं.
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चोपड़ा ने अपने चैनल पर कहा, 'वास्तव में गौतम पर दबाव बढ़ता ही जा रहा है. अगर आप टेस्ट क्रिकेट में उनके प्रदर्शन पर नजर डालते हैं, तो आप देखेंगे कि उन्होंने बहुत ज्यादा मैच नहीं जीते हैं.' उन्होंने कहा, 'अपने कार्यकाल में गंभीर ने दो मैच बांग्लादेश और एक टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीता है. लेकिन उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले साल तीन टेस्ट की सीरीज गंवाई, तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी उन्हें इतने ही मैचों में हार मिली. एक मैच इंग्लैंड के खिलाप गंवााया. वह लगातार मैच हार रहे हैं.'चोपड़ा ने कहा कि अगर भारत यह सीरीज गंवाता है, तो टेस्ट फॉर्मेट में गंभीर का भविष्य बहुत ही मुश्किल में फंस जाएगा.'
चोपड़ा बोले, 'अगर इंग्लैंड के खिला सीरीज अच्छी नहीं जाती है, तो सवाल खड़ा हो जाएगा कि वो कहां जा रहे हैं और वे क्या कर रहे हैं? हार के बाद सेलेक्टर्स खासा महसूस करेंगे क्योंकि प्रबंधन को वह सब दिया जा रहा है, जो भी उसने मांगा.' पूर्व ओपनर ने कहा, 'आप जिस भी तरह का खिलाड़ी चाहते हैं, जितनी भी संख्या में आप खिलाड़ी चाहते हैं, जिस खिलाड़ी की भी ओर आप इशारा कर दे रहे हैं, वह आपको दिया जा रहा है. इसलिए अगर मामला ऐसा है, तो आपको रिजल्ट देने की जरूरत है.' इसी बीच चौतरफा आलोचना के बीच गंभीर ने भारतीय अटैक का बचाव किया है. वहीं, हेड कोच ने यह भी साफ कर दिया है कि बुमराह को सीरीज में तीन ही टेस्ट मैचों में खिलाया जाएगा. और सीरीज से पहले ही यह फैसला लिया जा चुका है.