INDvsWI 1st T20 : DK द रियल फिनिशर, सोशल मीडिया पर बजा दिनेश कार्तिक का डंका, फिर खेली तूफानी पारी

..दिनेश कार्तिक का आना बाकी था और सभी को पता था कि जब तक दिनेश कार्तिक क्रीज पर है टीम इंडिया एक अच्छा स्कोर बना लेगी और वही हुआ भारतीय टीम अपने निर्धारित 20 ओवरों में 190 रन बनाने में कामयाब रही.

Advertisement
Read Time: 19 mins
दिनेश कार्तिक ने 19 गेंदों में 41 रनों की धुआंधार पारी खेली.
नई दिल्ली:

पहले टी20 में भारत (INDvsWI 1st T20) को मजबूत स्कोर तक ले जाने की जिम्मेदारी दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) पर थी उन्होंने इस काम को बखूबी निभाया . दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) ने एक बार फिर से दिखा दिया कि क्यों उन्हें धोनी के बाद सबसे अच्छा फिनिशर बताया जा रहा है. एक समय भारतीय टीम मुश्किल में दिखाई दे  रही थी और ऐसा लग रहा था कि भारत बड़ा स्कोर नहीं बना पाएगा. 

Advertisement

Advertisement

लेकिन अभी दिनेश कार्तिक का आना बाकी था और सभी को पता था कि जब तक दिनेश कार्तिक क्रीज पर है टीम इंडिया एक अच्छा स्कोर बना लेगी और वही हुआ भारतीय टीम अपने निर्धारित 20 ओवरों में 190 रन बनाने में कामयाब रही. उन्होंने 19 गेंदों में 41 रनों की धुआंधार पारी खेली. सोशल मीडिया पर दिनेश कार्तिक कीम जमकर तारीफ हो रही है.यूजर्स ने कहा कि इसी तरह का फिनिशर भारतीय टीम को चाहिए था

Advertisement

इससे पहले, वेस्टइंडीज ने त्रिनिदाद में ब्रायन लारा क्रिकेट अकादमी में पांच मैचों की श्रृंखला के पहले टी 20 आई में भारत के खिलाफ टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया.  भारत के कप्तान रोहित शर्मा आज सबको चौंकाते हुए सूर्यकुमार यादव के साथ ओपनिंग करने के लिए आए. भारत को अच्छी शुरुआत हुई लेकिन मीडिल ओवर्स में जब लगातार विकेट गिरते रहे तो थोड़ी देर के लिए भारतीय टीम चिंता में थी, लेकिन अभी दिनेश कार्तिक का आना बाकी था और सभी को पता था कि जब तक दिनेश कार्तिक क्रीज पर है टीम इंडिया एक अच्छा स्कोर बना लेगी और वही हुआ भारतीय टीम अपने निर्धारित 20 ओवरों में 190 रन बनाने में कामयाब रही. उन्होंने 19 गेंदों में 41 रनों की धुआंधार पारी खेली. सोशल मीडिया पर दिनेश कार्तिक कीम जमकर तारीफ हो रही है.यूजर्स ने कहा कि इसी तरह का फिनिशर भारतीय टीम को चाहिए था. 

Advertisement
Featured Video Of The Day
President ने अभिभाषण में रखा Modi 3.0 के भविष्य का खाका, आर्थिक और सामाज़िक क्षेत्र पर ज़ोर