हाशिम अमला (Hashim Amla) भले ही इंटरनेशनल क्रिकेट से अलग हो गए हैं लेकिन काउंटी क्रिकेट में लगातार खेल रहे हैं. अमला एक ऐसे बल्लेबाज के तौर पर जाने जाते थे जो क्रीज पर जम जाते और फिर टीम को मुश्किल से मुश्किल घड़ी से बाहर निकालने का काम करते थे. रिटायरमेंट के बाद भी अमला अपनी इस आदत को नहीं भूले हैं. इसका नजारा उन्होंने काउंटी क्रिकेट में दिखाया, जब उन्होंने अपनी टीम को हार से बचाने के लिए क्रीज पर जमकर गए और मैच के खत्म होने कर नाबाद रहकर मैच को ड्रा कराया. दरअसल अमला ने इस बीच फर्स्ट क्लास क्रिकेट की सबसे धीमी पारियों में एक खेल कर अपनी टीम के लिए मैच को ड्रा करवाया.
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दरअसल काउंटी चैम्पियनशिप (County Championship) में सरे और हैंपशर के बीच मैच के दौरान सरे की ओर से खेल रहे अमला ने 278 गेंदों में 37 रन की नाबाद पारी खेलकर अपनी टीम को हार से बचाया और मैच को ड्रा कराया. बता दें कि मैच के आखिरी दिन सरे की टीम हार के करीब थी लेकिन अमला ने धीमी बल्लेबाजी कर अपने टीम को मिल रही हार को टाल दिया. आखिरकार सरे ने आखिरी दिन 8 विकेट पर 128 रन बनाए और मैच को ड्रा कर लिए. अमला ने अपनी पारी के दौरान पहली 100 गेंदों में सिर्फ 3 रन बनाए थे.
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अमला ने 278 गेंद पर नाबाद 37 रन बनाए और एक खास रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 40 से कम के स्कोर के लिए बल्लेबाज द्वारा खेली गई यह सबसे अधिक गेंदों का रिकॉ़र्ड है. सोशल मीडिया पर फैन्स अमला को सलाम कर रहे हैं. क्रिकेट की क्रीज पर जमकर ऐसी बल्लेबाजी करना किसी भी बल्लेबाज के लिए एक चुनौती है, लेकिन अमला ने ऐसा कमाल कर एक बार साबित कर दिया है वो क्रिकेट के इतिहास के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज में से एक हैं.
वैसे, अमला ने भारत के खिलाफ साल 2015 में ऐसी ही एक पारी खेली थी, जब उन्होंने 244 गेंदें खेलते हुए सिर्फ 25 रन बनाए थे और डिविलियर्स के साथ मिलकर अपनी टीम को हारने से बचाया था. उस ऐतिहासिक मैच में डिविलियर्स ने 297 गेंद पर 43 रन बनाए थे.