चेतेश्वर पुजारा ने बदल दिया अपना 'नजरिया', बोले- निडरता है अब सबसे बड़ा हथियार

"मैंने अपनी अप्रोच को थोड़ा सा अटैकिंग किया जिसके बाद मुझे खेलने में मजा भी आ रहा है"

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लीड्स और ओवल में 91 और 61 रन बनाने के बाद से उनकी सोच बदली है
नई दिल्ली:

चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने इस बात को स्वीकार किया है कि पहले वे अपने ऊपर बहुत ज्यादा प्रेशर लेते थे. उन्होंने कहा कि लीड्स (Leeds) और ओवल में 91 और 61 रन बनाने के बाद से उनकी सोच बदल गई है. पुजारा ने कहा कि ये कोई तकनीक में बदलाव नहीं था बल्कि निडर होकर मैदान पर उतरने से ये हासिल हुआ है. आगे उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल से उन्होंने कोई शतक नहीं बनाया इस बात का उनके ऊपर कोई दबाव नहीं है उनका कहना है कि टीम की जीत के लिए अगर वे 80-90 रन बना रहे हैं तो कोई  दिक्कत नहीं है. उन्होंने कहा न्यूजीलैंड के खिलाफ इस सीरीज में वे अपने अनुभव का पूरा फायदा उठाएंगे. 

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जब उनसे पूछा गया कि क्या इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में प्रदर्शन ना करने पर आपको आलोचना  का सामना करना उसके बाद आपने अपना तरीका बदला है तो उन्होंने कहा सही बात है दिमाग में जब प्रदर्शन करने की बात हो तो महसूस तो होता है लेकिन अगर तकनीक की बात करें तो मुझे नहीं लगता कि उसमें कोई कुछ बदलाव करने की जरुरत होती है. 

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कानपुर (Kanpur Test) में टीम के साथ ट्रेनिंग शुरु करने से पहले उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी अप्रोच को थोड़ा सा अटैकिंग किया जिसके बाद उनके खेलने में मजा भी आ  रहा है. उन्होंने इस बात को माना है कि कुछ टाइम पहले तक वे थोड़ा सा दबाव लेकर क्रिकेट खेलते थे. आपको कभी भी बहुत ज्याद दबाव लेने की जरूरत नहीं होनी चाहिए बस जाइए मैदान में और अपने खेल का आनंद लीजिए. उन्होंने कहा कि आने वाली टेस्ट सीरीज में उनको भारत में खेलने के अनुभव से भी काफी मदद मिलने वाली है. आपको बता दें कि पुजारा ने जनवरी 2019 से कोई भी शतक नहीं लगाया है. उन्होंने कहा इससे मुझे कोई दिक्कत नहीं है. मैं एक बल्लेबाज हूं और मेरा काम जाकर टीम के लिए उपयोगी रन बनाना है. 

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रहाणे के बारे में क्या बोले
जब उनसे उनके कप्तान अंजिक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि रहाणे जैसे अच्छे खिलाडियों का बल्ला बहुत ज्यादा दिनों तक चुप नहीं रहता है. वे एक महान खिलाड़ी हैं और हर खिलाड़ी  का बुरा समय आता है. रहाणे को फॉर्म में आने के लिए सिर्फ एक अच्छी पारी की जरुरत है. वे नेट पर बहुत मेहनत कर रहे हैं. राहुल द्रविड़ के बारे में भी  बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनके टीम के कोच बनने से निश्चित रूप से टीम के कई खिलाड़ियों को बहुत मदद मिलने वाली है. 

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