रविवार को आई रिपोर्ट के अनुसार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy 2025) के बाद कप्तानी छोड़ने के लिए मना लिया है. हाल ही में हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने इस विषय पर रोहित से विस्तार से बातचीत कर बोर्ड के आगे के प्लान से उन्हें अवगत कराया था. इस पर रोहित ने कहा कि वह चैंपियंस ट्रॉफी तक कप्तानी करना चाहते हैं. बहरहाल, यह रिपोर्ट बाहर आने के बाद चर्चा रोहित की कप्तानी छोड़ने से ज्यादा इस पर होने लगी है कि अगला कप्तान कौन होना चाहिए. चलिए हम बारी-बारी से आगे बताते हैं कि कप्तान बनने के लिए दो बड़ी जरुरतें क्या हैं और कौन रेस में सबसे आगे है.
3. केएल राहुल
ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में कुछ अच्छी पारियां खेलने के बाद केएल राहुल में एक वर्ग को भविष्य का कप्तान दिखाई पड़ रहा है. वह हेड कोच गौतम गंभीर के मार्गदर्शन में एक बार लखनऊ सुपर जॉयंट्स को आईपीएल के फाइनल में पहुंचा चुके हैं. और गंभीर के साथ उनका तालमेल भी अच्छा है. केएल राहुल उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं, जिनकी खेल के तीनों फॉर्मेटों में जगह लगभग पक्की है. यही बात उन्हें प्रबल दावेदार बनाती है, लेकिन वह तीसरे नंबर पर हैं.
2. जसप्रीत बुमराह
वर्तमान कप्तान जसप्रीत बुमराह की चर्चा सबसे ज्यादा है. रोहित ने उनके नाम की सिफारिश बीसीसीआई से की है. सभी ने देखा कि ऑस्ट्रेलिया में पर्थ में उन्होंने अपनी कप्तानी में टेस्ट भी जिताया. बुमराह की खिलाड़ियों पर अच्छी पकड़ हैं. वह बौद्धिक हैं और सभी खिलाड़ियों को साथ लेकर चलते हैं, लेकिन बुमराह के नियमित अंतराल पर चोटिल होने और वर्कलोड के कारण उनके अक्सर ब्रेक लेने से उनके दावा दम तोड़ता दिखाई पड़ रहा है. बीसीसीआई के अधिकारी इसी पहलू के सामने बेबस हो गए हैं.
1. ऋषभ पंत
भारतीय आतशी विकेटकीपर बल्लेबाज बीसीसीआई के मानंदड पर कप्तान पद के लिए सबसे खरे खिलाड़ी हैं. वह 27 साल के हैं और उनके पास पहले से ही वह दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी करने का अच्छा-खासा अनुभव है. ऋषभ पंत के बिना टीम इंडिया की किसी भी टीम की कल्पना नहीं की जा सकती. और यही बात उन्हें रोहित के बाद अगले कप्तान बनने का सबसे प्रबल दावेदार बनाती है.
कप्तान बनने के लिए जरूरी शर्त
टीम इंडिया के कप्तान बनने के लिए जरूरी शर्त यह है कि उसकी तीनों फॉर्मेट में जगह पक्की हो. यही वह वजह रही थी, जब विराट कोहली को अपनी कप्तानी गंवानी पड़ी थी क्योंकि वह टी20 की कप्तानी छोड़ना चाहते थे और गांगुली ने कहा था कि आप कप्तानी करते रहें. हालांकि, बाद में यह पॉलिसी सूर्यकुमार यादव को टी20 कप्तान बनाने से टूट गई, लेकिन इसके बावजूद पहली मांग यही रहती है कि खिलाड़ी विशेष की तीनों फॉर्मेटों में जगह पक्की हों क्योंकि वनडे और टेस्ट का कप्तान तो एक ही शख्स होगा.