न्यूजीलैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट मैच में डेब्यू करने वाले इंग्लिश क्रिकेटर ओली रॉबिन्सन को उनके द्वारा 8 साल पहले किए गए नस्लीय टिप्पणियों वाले ट्वीट के चलते इंग्लैंड बोर्ड ने उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट से सस्पेंड कर दिया है. रॉबिन्सन के पुराने ट्वीट्स की जांच अब इंग्लैंड बोर्ड कर रहा है. वहीं, इस घटना के तुरंत बाद इंग्लैंड को दूसरे खिलाड़ियों के पुराने ट्वीट भी सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे हैं. सोशल मीडिया पर इंग्लैंड के छोटे फॉर्मेट के कप्तान इयोन मॉर्गेन और जोस बटलर के (Eoin Morgan, Jos Buttler) ट्वीट वायरल हो रहे हैं जिसमें ये दोनों खिलाड़ी कथित रूप से भारतीय लोगों की अंग्रेजी का मजाक उड़ा रहे हैं. जो कि इंग्लैंड बोर्ड के गाइड लाइन के खिलाफ है. मॉ़र्गेन और बटलर के जो ट्वीट्स वायरल हो रहे हैं वो साल 2018 का है.
PAK क्रिकेटर हसन अली की बीवी को भारत का यह क्रिकेटर है पसंद, खुद किया इजहार
बटलर और मोर्गेन अपने ट्वीट में बार-बार 'सर' शब्द का उपयोग कर रहे हैं और साथ ही टूटी-फूटी अंग्रेजी लिखकर एक दूसरे को जवाब देते हैं. दरअसल दोनों इंग्लैंड खिलाड़ी कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के वर्तमान मुख्य कोच ब्रैंडन मैक्कुलम के ट्वीट पर रिएक्ट करते हुए अपने जवाब में 'सर' शब्द का इस्तेमाल करते हैं औऱ साथ ही टूटी-फूटी अंग्रेजी के जरिए अपनी बात लिखे हैं. बता दें कि वर्तमान में मॉर्गेन आईपीएल में केकेआर की टीम के कप्तान हैं तो वहीं जोस बटलर राजस्थान रॉयल्स की टीम की ओर से खेलते हैं.
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (England Cricket Board) ने बटलर और मॉर्गेन के इन ट्वीट के स्क्रीन शॉट को देखकर जांच के आदेश दिए हैं. इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने "प्रासंगिक और उचित कार्रवाई" का वादा किया है, यह कहते हुए कि प्रत्येक मामले पर व्यक्तिगत आधार पर विचार किया जाएगा.
टेस्ट क्रिकेट में बने ऐसे 10 अनोखे रिकॉर्ड जिसका टूटना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है
इंग्लैंड बोर्ड (ECB) की ओर से इस मसले पर कहा कहा गया है कि, 'हमारे खेल में भेदभाव के लिए कोई जगह नहीं है, और जहां आवश्यक हो हम प्रासंगिक और उचित कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. यह देखते हुए कि जो चिंताएँ उठाई गई हैं, वे स्पष्ट रूप से अब एक मामले की तुलना में व्यापक हैं, ईसीबी बोर्ड इस बात पर चर्चा करेगा कि हम ऐतिहासिक सोशल मीडिया के मुद्दों से समय पर और उचित तरीके से कैसे निपट सकते हैं. सभी तथ्यों को देखते हुए प्रत्येक मामले पर व्यक्तिगत आधार पर विचार किया जाएगा, हम आगे के बयान देने से पहले ईसीबी बोर्ड के साथ मामलों का आकलन करेंगे.