एक ओवर में 5 विकेट लेने वाला इकलौता भारतीय गेंदबाज, रणजी, विजय हजारे, SMAT में ली हैट्रिक

Abhimanyu Mithun Only Indian Bowler With 5 Wickets in an Over: अभिमन्यु ने 17 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया. क्रिकेट से ऐसा लगाव हुआ कि फिर दूसरे खेल पीछे छूट गए. अभिमन्यु दाएं हाथ के तेज गेंदबाज रहे और 140 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंद फेंका करते थे.

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Abhimanyu Mithun: एक ओवर में 5 विकेट लेने वाला इकलौता भारतीय गेंदबाज
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  • अभिमन्यु मिथुन ने शुरूआत में एथलेटिक्स खेला और राज्य स्तर पर डिस्कस थ्रो तथा जैवलिन थ्रो में भाग लिया था.
  • उन्होंने 17 वर्ष की उम्र में क्रिकेट शुरू किया और कर्नाटक के लिए रणजी ट्रॉफी में प्रभावशाली प्रदर्शन किया था.
  • 2010 से 2011 के बीच मिथुन ने भारत के लिए चार टेस्ट और पांच वनडे मैच खेले तथा विकेट लिए थे.
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खेल में शीर्ष स्तर हासिल करना किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होता. लेकिन कुछ खिलाड़ी एक से अधिक खेल में बड़े स्तर पर अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने का अवसर पाते हैं. ऐसे खिलाड़ियों में एक नाम अभिमन्यु मिथुन का है, जो भारतीय टीम के लिए टेस्ट और वनडे खेल चुके हैं. 25 अक्टूबर 1989 को बेंगलुरु में जन्मे मिथुन बचपन और किशोरावस्था में क्रिकेट नहीं बल्कि एथलेटिक्स में रुचि रखते थे. मिथुन डिस्कस थ्रो और जेवलिन थ्रो खेला करते थे. 

उन्होंने राज्य स्तर पर दोनों ही खेलों में सहभागिता दी है. लेकिन किस्मत को शायद कुछ और मंजूर था. राज्य स्तर पर डिस्कस थ्रो और जैवलिन खेलने वाले अभिमन्यु ने 17 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया. क्रिकेट से ऐसा लगाव हुआ कि फिर दूसरे खेल पीछे छूट गए. अभिमन्यु दाएं हाथ के तेज गेंदबाज रहे और 140 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंद फेंका करते थे. मिथुन ने कर्नाटक के लिए 2009-10 सीजन में रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया. पहले ही सीजन में 6 फुट 2 इंच लंबे इस गेंदबाज ने 47 विकेट लिए और टीम को फाइनल में पहुंचाया.

इसी प्रदर्शन के आधार पर 2010 में मिथुन ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे में डेब्यू किया था. मिथुन का अंतर्राष्ट्रीय करियर लंबा नहीं रहा. 2010 से 2011 के बीच उन्होंने 4 टेस्ट और 5 वनडे खेले. टेस्ट में 9 और वनडे में 3 विकेट उन्होंने लिए. वह निचले क्रम के अच्छे बल्लेबाज रहे. टेस्ट में 8 पारियों में 120 रन और वनडे की 3 पारियों में 51 रन उनके नाम हैं. वनडे में 24 और टेस्ट में 46 उनका सर्वाधिक स्कोर है.

कर्नाटक के वह प्रमुख गेंदबाज रहे. 103 प्रथम श्रेणी मैचों में 338 विकेट और 96 लिस्ट ए मैचों में 136 विकेट उन्होंने लिए. टी20 के 74 मैचों में उन्होंने 69 विकेट लिए. 2014-15 के रणजी ट्रॉफी में उन्होंने 52 विकेट लेकर कर्नाटक को खिताब दिलाया. 2013-14 में इरानी कप और विजय हजारे ट्रॉफी में भी उनकी भूमिका अहम रही. नवंबर 2019 में उन्होंने इतिहास रच दिया. रणजी, विजय हजारे और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में हैट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज बने.

सैयद मुश्ताक अली सेमीफाइनल (2019-20) में हरियाणा के खिलाफ एक ओवर में 5 विकेट लेकर दुर्लभ उपलब्धि हासिल की थी. मिथुन के अलावा एक ओवर में 5 विकेट न्यूजीलैंड के नील वैगनर और बांग्लादेश के अल-अमीन हुसैन ने लिए हैं. तीनों ने घरेलू क्रिकेट में ही ये उपलब्धि हासिल की है. आईपीएल में मिथुन आरसीबी, मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेले. 2021 में मिथुन ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट को अलविदा कह दिया था.

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