पुणे के पॉश इलाके में 1800 करोड़ की सरकारी जमीन 300 करोड़ में खरीदने के आरोप अजित पवार के बेटे पर लगा है. विपक्षी दलों का आरोप है कि इस डील में स्टांप ड्यूटी भी माफ कर दी गई थी. विवाद बढ़ने पर डील रद्द कर दी गई है. अजित पवार ने कहा कि सौदा रद्द कर दिया गया है और पार्थ पवार को जमीन के सरकारी होने की जानकारी नहीं थी.