भारत (India) ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के पहले दिन का खेल खत्म होने तक कानपुर(Kanpur) में चार विकेट के नुकसान पर 258 रन बना लिए थे. श्रेयस अय्यर और रविंद्र जड़ेजा क्रमश: 75 और 50 रन बनाकर क्रीज पर नाबाद हैं. न्यूजीलैंड(New Zealand) की तरफ से काइल जेमीसन शानदार गेंदबाजी कर रहे हैं. उन्होंने पहले दिन तीन भारतीय बल्लेबाजों को चलता किया. पहले दिन मैच में खराब अंपायरिंग भी देखने को मिली. अगर न्यूजीलैंड ने भारतीय पारी के सांतवें ओवर में एख रिव्यू ले लिया होता तो शायद मैच का स्कोर कुछ और ही होता. खराब अंपयारिंग के बारे में बात करते हुए आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने ट्विटर पर अपने मन की बात लिखी जिसमें उन्होंने न्यूट्रल अंपायर की मांग कर दी.
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तीसरे ही ओवर में शुभमन गिल ने एक डीआरएस का सही इस्तेमाल करते हुए खुद को बचाया था इसके बाद सांतवें ओवर में एजाज पटेल की एक गेंद उनके पेड पर लगी अपील भी की लेकिन अंपायर ने अपील को ठुकरा दिया. न्यूजीलैंड के कप्तान ने रिव्यू नहीं लेने का फैसला किया लेकिन जब रीप्ले में देखा गया तो पता लगा गेंद सीधे स्टंप पर जाकर लग रही थी. न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों के दिमाग ये बात थी कि शुभमन गिल आगे निकलकर ये डिफेंस किया है तो गेंद शायद लंबा ट्रेवल करती और स्टंप मिस कर देगी. यहां भी खराब अंपायरिंग देखने को मिली.
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उस समय शुभमन गिल 6 रनों पर बल्लेबाजी कर रहे थे और बाद में उन्होंने टीम के लिए 52 रनों का योगदान दिया. कोविड-19 के चलते टेस्ट मैचों में अभी लोकर अंपायरों का इस्तेमाल किया जा रहा है. खराब अंपयारिंग के बारे में बात करते हुए आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने ट्विटर पर अपने मन की बात लिखी जिसमें उन्होंने न्यूट्रल अंपायर की मांग कर दी. उन्होंने कहा कि जब खिलाड़ी बायो बबल में रह सकते हैं तो अंपायरों को क्या दिक्कत है.
अब इस मैच में अंपायरों के फैसले पर और भी ज्यादा ध्यान दिया जाएगा.
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